सयाजी गेट के सामने एक सड़क पर अलग-अलग स्थानों पर कई गडढे खोदे जा रहे थे। मार्ग के किनारे समाज को बधाई देने के लिए स्वागत द्वारा कनात पर लगाए गए थे। गडढे खोदने के दौरान कनात सड़क पर गिर गई थी। इसी बीच सड़क पर गडढे खोदे जाने की सूचना कांग्रेस सफाई कामगार संघ के रूपेश कल्याणे को लगी। कल्याण अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और ठेकेदार को गडढे खोदने पर आपत्ति दर्ज कराई। जब कल्याणे आपत्ति दर्ज कराने पहुंचे तो लोग एक-दूसरे पर ढोल रहे थे। जब कल्याण ने पूछा कि अगर गडढों से किसी का पैर जख्मी हो गया तो जिम्मेदार कौन होगा। इसके बाद ठेकेदार मजदूर लेकर सयाजी गेट पहुंचा और गडढे भरा दिए। इस दौरान कल्याणे और उनके साथियों ने भी गडढे भरना शुरू कर दिए।
कल्याणे ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सयाजी गेट पर गडढे खोदे जा रहे है। जिस पर वे मौके पर पहुंचे और आपत्ति ली थी। कल्याण ने बताया कि मंगलवार की शाम को भगवान गोगादेव का जुलूस पवित्र छडी के साथ निकलेगा। जुलूस में हजारों लोग शामिल होते है और पैरों में जूते-चप्पलें नहीं पहनते है। सड़क पर गडढे और फैली गिटटी से समाजबंधु घायल हो सकते थे, जिसके चलते तत्काल गडढों को भराया गया। मौके पर मौजूद ठेकेदार से गडढे खोदने की अनुमति का प्रश्न किया तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया।
सड़क के मलबे से इन लोगों को खतरा बन सकता था ये गडढे कलेक्टर आफिस से चंद कदम की दूरी पर खोदे जा रहे थे, जिसकी ओर किसी का ध्यान नहीं था। वहीं इसी रास्ते से शाम को पवित्र छडी का जुलूस निकलता है, जिसमें पुरुष,महिलाओं के अलावा बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल होते है, सड़क के मलबे से इन लोगों को खतरा बन सकता था, जिसके चलते समाज बंधुओं को इसका विरोध करना पडा।