स्कूल चयन के लिए कुछ जरूरी मापदंड भी बनाए गए है जिसमें खरा उतरने के बाद ही जिले का कोई सरकारी स्कूल योजना में शामिल किया जाएगा। जो मापदंड रखे गए है उसके अनुसार स्कूल में बिजली कनेक्शन होना चाहिए ताकि वहां पर लैब का संचालन आसानी से हो सके। पिछले दो साल की उपस्थिति भी देखी जाएगी, कक्षा 10 में विद्यार्थियों की संख्या 100 या इससे अधिक होने पर ही व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू होगा। साथ ही लैब संचालन के लिए अधिक जगह की दरकार रहेगी। लेब संचालन के लिए प्रति कक्ष का क्षेत्रफल 200 से 500 वर्गफीट होना चाहिए। स्कूल शिक्षा विभाग का इरादा है कि इस व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत स्कूलों को नए ट्रेड से जोड़ा जाए, ताकि इन ट्रेड से पढ़ाई करने के बाद भविष्य में विद्यार्थियों को रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ जाए।
ये 9 ट्रेड होंगे शुरू स्कूली बच्चों को रोजगार में दक्ष करने के लिए नए चयनित स्कूलों में 9 ट्रेेड शुरू होंगे। जो कोर्स शुरू होंगे उसमें ब्यूटी एंड वेलनेस, बीएफएसआई, इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, आईटीईएस, फिजिकल एजुकेशन, रिटेल मैनेजमेंट, सिक्युरिटी और टूरिज्म एंड ट्रेवल ट्रेड शुरू किए जाएंगे। जिन सरकारी स्कूलों में पहले से व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित हो रहे है, उनमें भी यह ट्रेड है।
जिले के कुछ सरकारी स्कूलों का चयन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए किया जाएगा। इसकी मीटिंग में भी चर्चा हुई थी। जल्द ही स्कूल चयन का कार्य शुरू किया जाएगा।
सीबी केवट, डीईओ
शिक्षा विभाग देवास।
जिले के कुछ सरकारी स्कूलों का चयन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए किया जाएगा। इसकी मीटिंग में भी चर्चा हुई थी। जल्द ही स्कूल चयन का कार्य शुरू किया जाएगा।
सीबी केवट, डीईओ
शिक्षा विभाग देवास।