उज्जैन में शिप्रा लबालब, देवास के घाट खाली
देवासPublished: Jan 16, 2019 12:34:32 am
अनदेखी : सरकार और प्रशासन ने सिर्फ उज्जैन पर दिया ध्यान, शिप्रा में आए श्रद्धालु होते रहे परेशान
उज्जैन में शिप्रा लबालब, देवास के घाट खाली
देवास. उज्जैन में अमावस्या स्नान के बाद मचे बवाल के बाद सरकार और प्रशासन ने पूरा ध्यान उज्जैन में मकर संक्रांति पर्व के स्नान पर दे दिया था। उज्जैन की शिप्रा लबालब हो गईं, लेकिन देवास की शिप्रा का घाट खाली रह गया, जहां पर मकर संक्रांति पर कई लोग पहुंचे थे।
मां शिप्रा नदी में पर्व के दौरान कई लोग स्नान करने आते हंै। इस घाट की सुध आज तक किसी ने नहीं ली है। प्रशासन और राजनीति दलों के नेताओं ने भी कभी मां शिप्रा नदी के सौंदर्यीकरण की पहल नहीं की। जबकि ये क्षेत्र तत्कालीन मंत्री दीपक जोशी का क्षेत्र भी रहा है। इसके बाद भी घाट की सुध नहीं ली गई।
शिप्रा नदी का मुख्य घाट ही मकर संक्रांति पर सूखा नजर आया। लोग स्नान के लिए पहुंचे तो पानी नहीं था, जिसके चलते लोगों को इधर-उधर पानी को तलाश कर पर्व मनाना पड़ा ।
उधर ना गहरीकरण ना खुदाई
उधर शिप्रा नदी के सौंदर्यीकरण को लेकर कोई काम प्रशासनिक स्तर पर नहीं हुआ है। समाजसेवी संस्थाएं कभी पहुंचकर सफाई करती है,लेकिन यहां पर मशीनों से गहरीकरण संभव है। वहीं नदी में झाडिय़ां उग आई है। जिसका निदान भी प्रशासन नहीं कर पाया है, हालांकि सुबह जब पत्रिका की टीम फोटो खींचकर देवास आई तो किसी ने पंचायत को सूचना कर दी। इसके बाद पर्व निपटने के बाद पंचायत ने शाम को सफाई कार्य शुरू कराया।