शिकायत के बाद निगम के हरेंद्रसिंह ठाकुर मौका देखने पहुंचे तो मकान का मलबा पड़ा हुआ था। इसी बीच मकान मालिक मुकेश चौधरी भी वहां पहुंच गए और अमले से तैश में बातें करने लगे। जिस पर ठाकुर बोल गए कि मैं चौधरी (निगम के पूर्व एल्डरमेन)के कारण कार्रवाई नहीं कर रहा हूं। जबकि निगम अमला अन्य लोगों के चालान फटाफट काट देता है, यहां पर चौधरी काफी तैश में नजर आए। ठाकुर ने जब उन्हें नियम समझाना शुरू किया तो उनके तेवर ठंडे पडे। उन्होंने बताया कि नाले के उस पार गंदगी फैल रही है। वहीं मेरे अकेले के मकान का पानी यहां नहीं जमा हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिसने शिकायत की है, उसे असलियत पता नहीं है। चौधरी ने ठाकुर की बात मानी औरकहा कि वे दो दिन में मलबा हटा देंगे और सड़क पर पानी नहीं आने दिया जाएगा।