अंतरराष्ट्रीय स्तर की अंग्रेजी में दक्ष हो रहे देवास के विद्यार्थी
देवासPublished: Oct 20, 2019 12:56:04 pm
-केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के साथ हुए एमओयू के बाद प्रदेश के ११ जिलों में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट, देवास भी शामिल-देवास जिले के तीन कॉलेजों में शुरू हुआ प्रशिक्षण, परीक्षा में पास होने वालों को मिलेगा वैश्विक स्तर पर मान्य प्रमाण पत्र
सत्येंद्रसिंह राठौर. देवास
देवास जिले के सरकारी कॉलेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की अंग्रेजी में दक्षता हासिल करने का सुनहरा अवसर मिला है। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण की शुरुआत हो चुकी है। यह संभव हुआ है प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग व इंग्लैंड की चर्चित केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के बीच हुए एमओयू के बाद। जनवरी २०२० तक चलने वाले विशेष प्रशिक्षण के बाद इन विद्यार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा देना होगी और इसमें सफल होने वालों को अंग्रेजी में दक्षता का वैश्विक स्तर पर मान्य प्रमाण पत्र केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की ओर से दिया जाएगा। फिलहाल प्रदेश के ११ जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह प्रशिक्षण शुरू किया गया है, इसमें देवास भी शामिल है। देवास जिले के तीन कॉलेजों में प्रशिक्षण शुरू हुआ है जिसमें दो शहर के व एक अंचल का है।
अंग्रेजी में विशेष दक्षता दिलाने वाले इस पूरे कोर्स को सीईपीटी (केम्ब्रिज इंग्लिश प्लेसमेंट टेस्ट) का नाम दिया गया है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग मप्र व के?िब्रज यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग-सहमति पत्र) पर करार हुआ है। इसके बाद प्रदेश के ११ जिलों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया। इन चयनित जिलों के सरकारी कॉलेजों में अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले सभी प्रोफेसर्स की ऑनलाइन परीक्षा करीब डेढ़-दो माह पहले ली गई थी। इसमें देवास जिले के ८ प्रोफेसर्स शामिल हुए और इन्होंने अगस्त के अंत में परीक्षा दी थी। इसके बाद सभी ११ जिलों में कार्यक्रम क्रियान्वित करने के लिए निर्धारित योग्यता को पूर्णकरने वाले प्रोफेसर्स का चयन किया गया, देवास में ८ में से तीन प्रोफेसर्स को चयनित किया गया। यह प्रोफेसर्स हैं लीड केपी कॉलेज से डॉ. एसपीएस राणा, कन्या महाविद्यालय से राबिन शेख और खातेगांव कॉलेज से डॉ. मंगेशराव नेहे। ११ जिलों से चयनित हुए प्रोफेसर्स को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व जबलपुर में चार दिनों का प्रशिक्षण ३ से ६ सितंबर तक के?िब्रज यूनिवर्सिटी के ट्रेनर्स द्वारा दिया गया था।इन्हीं प्रोफेसर्स के द्वारा वर्तमान में संबंधित कॉलेजों में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, इसके लिए शिक्षण सामग्री भी केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी व उच्च शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई है।
तीनों कॉलेजों के 140 विद्यार्थियों ने दी थी ऑनलाइन परीक्षा
सीईपीटी करने के इच्छुक केपी कॉलेज, कन्या महाविद्यालय व खातेगांव के करीब १४० विद्यार्थियों ने ३ व ४ अक्टूबर को आयोजित ऑनलाइन परीक्षा दी थी। इसमें केपी कॉलेज के २७, कन्या महाविद्यालय के ३५, खातेगांव के ९ विद्यार्थी चयनित हुए थे। इनको प्रशिक्षण देने की शुरुआत १६ अक्टूबर से की गईहै। यह प्रशिक्षण जनवरी के पहले पखवाड़े तक चलेगा, इसके बाद फिर से ऑनलाइन परीक्षा होगी जिसमें उत्तीर्ण होने वालों को वैश्विक स्तर पर मान्य प्रमाण पत्र मिलेगा। इस प्रमाण पत्र से भारत के अलावा विदेशों में भी नौकरी की तलाश करते समय अंग्रेजी भाषा संबंधी दिक्कतें नहीं आएंगी।
ये 11 जिले शामिल हैं पायलट प्रोजेक्ट में
पायलट प्रोजेक्ट में देवास के अलावा प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, रायसेन, धार, ग्वालियर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, छतरपुर व सिंगरौली जिलों को शामिल किया गया है। यहां के चयनित विद्यार्थी अपने-अपने कॉलेजों में अंग्रेजी बोलना, सीखना, समझना सहित उसकी विभिन्न बारीकियों को सीख रहे हैं। यह प्रयोग पहली बार प्रदेश में 11 जिलों में हुआ है। बेहतर परिणाम मिले तो अन्य जिलों को भी धीरे-धीरे इसमें शामिल किया जा सकेगा।