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रोजाना बंद-चालू की जाती है लाइट… धमाके की आवाज के बाद लोगों ने बालूरेत फेंककर बुझाई थी आग

locationदेवासPublished: Oct 21, 2019 11:59:49 am

Submitted by:

mayur vyas

-करंट लगने से गिरा और बीच में फंस गया था पैर, मामला महाकाल कॉलोनी में आउटसोर्स कर्मचारी के झुलसने का, इंदौर में उपचार जारी

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देवास. महाकाल कॉलोनी में बिजली कार्य करते समय खंभे पर चढ़ा बिजली कंपनी का आउटसोर्स कर्मचारी शनिवार शाम को करंट की चपेट में आकर झुलस गया था। करंट के झटके के बाद वह खंभे से नीचे गिरा था लेकिन बीच में ही उसका एक पैर फंस गया था जिसके कारण वह लटक गया था। करंट लगने के दौरान धमाके की आवाज आई थी जिसके बाद आसपास के लोग दौड़े थे और लगी आग को बालू रेत फेंककर बुझाया गया था। लोगों की मदद से काफी देर की मशक्कत के बाद सीढ़ी, बांस के डंडों की मदद से फंसा पैर बाहर निकाला जा सका था। घायल इंदौर में भर्ती है, हालत में सुधार हुआ है।
शनिवार शाम को महाकाल कॉलोनी के पास स्थित एक ट्रांसफार्मर वाले खंभे पर चढक़र आउससोर्स कर्मचारी हुसैन खां निवासी पुष्पकुंज कॉलोनी काम कर रहा था। इसी दौरान उसे करंट लगा और वह नीचे गिरा और बुचिंग में उसका पैर फंस गया। हादसा देखकर लोग दौड़े और सीढिय़ों, बांस के डंडों, बालू रेत की मदद से काफी देर की मशक्कत के बाद हुसैन को नीचे उतारा था। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर उसे रैफर कर दिया गया था। इंदौर के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है, साथियों के मुताबिक हालत में सुधार है। एक हाथ व एक पैर गंभीर रूप से झुलसा है, ४८ घंटे पूरे होने के बाद डॉक्टर ऑपरेशन आदि के बारे में फैसला लेंगे। उधर जानकारी के अनुसार जिस ट्रांसफार्मर वाले खंभे पर हुसैन काम कर रहा था वह सिंचाई फीडर से जुड़ा हुआ है। इससे रोजाना सिंचाईवाले कनेक्शनों की बिजली प्रदाय बंद-चालू की जाती है। हादसे के बाद लटके हुसैन को बचाने के लिए सीढ़ी लगा दी गईथी जिसका सपोर्ट उसके लिए काफी मददगार साबित हुआ। रविवार को कार्यपालन यंत्री शहर संभाग सतीश कुमरावत, सहायक यंत्री एचटी मेंटेनेंस उमेश चौरसिया, जूनियर इंजीनियर सीनियर जोन मंसूर अली, जूनियर इंजीनियर शहर संभाग वी.सी. तिवारी सहित कई अन्य अधिकारी व कर्मचारी इंदौर पहुंचे और हुसैन के हालचाल जाने। उधर अधीक्षण यंत्री डी.एन. शर्मा ने बताया कर्मचारी का उपचार चल रहा है, कंपनी से हरसंभव मदद की जाएगी।
बेटा पहुंचा मौके पर, बाइक व मोबाइल लिए
आसपास के रहवासियों के अनुसार जिस समय हादसा हुआ उस दौरान कुछ और लोग भी हुसैन के साथ थे जो वहां से भाग निकले थे। रविवार सुबह हुसैन का बेटा मौके पर पहुंचा और खंभे के नीचे तलाश करने पर हुसैन का मोबाइल मिला। वहीं पास के एक मकान में लोगों ने बाइक खड़ी कर रखी थी, बाइक व मोबाइल बेटा लेकर गया।
सबसे पहले हादसा देखने वाली आरती कईबार रोई
लोगों के मुताबिक सबसे पहले हादसा पास के रास्ते से निकल रही आरती नाम की युवती ने देखा था। इसके बाद उसने शोर मचाया। हादसे से आरती डरी हुईथी और रात में कई बार रोती रही।

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