दरअसल मामला मुक्तिधामों का है। शहर के प्रमुख मुक्तिधाम से लेकर दूसरे मुक्तिधामों में अव्यवस्थाओं का अंबार है। अब तक निगम में जो अधिकारी रहे उन्होंने इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया। मांगे उठती रही लेकिन जिम्मेदार मुंह चुराते रहे। ऐसे ही एक मामले में शुक्रवार को पार्षद श्मशान में ही लेट गए और विरोध प्रदर्शन किया। असल में पिछले दिनों हुई आंधी-बारिश से वार्ड 13 मेंढकी चक में स्थित श्मशान के शेड की चद्दरें उड़ गई थी। कुछ चद्दरें हवा में लटक गई। पार्षद नरेंद्र यादव ने 15 दिन पहले निगम को इसकी जानकारी भी दी थी। शेड निर्माण नहीं होने को लेकर लोग परेशान होते रहे। इसके बाद शुक्रवार को बारिश में पार्षद यादव श्मशान में लेट गए। करीब दो से तीन घंटे विरोध प्रदर्शन किया। बाद में निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे। श्मशान के शेड निर्माण का आश्वासन दिया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ। इस दौरान भेरूलाल पटेल, प्रकाश चौधरी, आनंदीलाल कुमावत, बद्रीलाल चौधरी, जितेन्द्र चौधरी, बाबूलाल बैरागी, लाखन चौधरी, शंकरलाल मालवीय सहित अन्य रहवासी उपस्थित थे।
मुख्य मुक्तिधाम में भी शेड के चद्दर उड़े : इधर शहर का मुख्य मुक्तिधाम भी बुरी हालत में है। यहां पर वैसे तो कई महीनों से शेड के चद्दरों की मांग होती रही है लेकिन बीते दिनों आई हवा-आंधी में शेड के चद्दर उड़ गए। वहां अंत्येष्टि में परेशानी आ रही है। हाल ही में एक व्यक्ति का निधन हो गया था। बूंदाबांदी भी हो रही थी। इसके चलते पास में अंत्येष्टि की गई। लोगों ने मांग की है कि शेड को सुधारा जाए।
तीन-चार दिन पहले ही दे चुके हैं निर्देश : इस मामले में निगम कमिश्नर संजना जैन ने कहा कि वार्ड 13 में मुक्तिधाम में शेड लगाने के निर्देश तीन-चार दिन पहले ही दे दिए थे। सभी मुक्तिधामों को लेकर प्लान बनाया है। जहां-जहां दिक्कत आ रही है वहां सुधार कार्य किया जा रहा है। मुख्य मुक्तिधाम में भी शेड को लेकर समस्या की जानकारी मिली है। उसके टेंडर पहले ही निकाले जा चुके हैं। बीच का शेड बदलने के लिए मैंने निर्देश दिए हैं कि कोटेशन पर काम कर दिया जाए ताकि लोग परेशान न हो। हमारा प्रयास यही है कि किसी को किसी तरह की परेशानी न हो।