गड्ढे…गंदगी और बदइंतजामी से जूझ रहा शहर…उठ रहे सवाल- कहां है जिम्मेदार ?
देवासPublished: Sep 19, 2019 11:12:47 am
– शहर की हालत हुई खराब, न नगर निगम को परवाह न जिला प्रशासन को- जिस मार्ग उसे गुजरते हैं अधिकारी-जनप्रतिनिधि वहां हुआ गहरा गड्ढा, हो रहे हादसे- कॉलोनियों और मार्केट में चेंबर हुए चोक, नालियां ओवरफ्लो लेकिन किसी का नहीं है ध्यान
देवास. सुविधाओं के नाम पर जनता से टैक्स वसूलने वाले नगर निगम के खिलाफ इन दिनों जनाक्रोश फैल रहा है। शहर गड्ढों में तब्दील है। चैंबर चोक हो रहे हैं। नालियां ओवरलो हो रही है। सीवरेज ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। गड्ढों में लोग गिर रहे हैं और ऑफिस-दुकान के काम छोड़ लोगों को नालियां साफ करनी पड़ रही है क्योंकि नगर निगम प्रशासन बेपरवाह है। न महापौर को फिक्र है न निगम आयुक्त को। निगम के स्वास्थ्य विभाग का अमला पॉलीथिन जब्त करने में लगा है और शहर गंदगी से जूझ रहा है। जनता सवाल पूछ रही है कि कहां है जिम्मेदार…?
दरअसल बारिश से पहले ही शहर के हाल बदहाल थे। बारिश में तकलीफ और बढ़ गई। शहर में चारों तरफ गड्ढे और गंदगी नजर आ रही है। नेशनल हाईवे एबी रोड के बुरे हाल हैं और जिस जगह विधायक का निवास है उसी के समीप कृषि उपज मंडी के सामने गहरा गड्ढा हो गया है। विधायक समेत भाजपाई भी इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन वोट मांगने के लिए गली-गली घूमने वाले जनप्रतिनिधि इस दुर्दशा से मुंह चुरा रहे हैं। कांग्रेस नेता की फैक्टरी भी इसी मार्ग से होकर जाती है। ये वही कांग्रेस नेता हैं जिनका पुलिस-प्रशासन में दखल है और मंत्री के खास माने जाते हैं। मंत्री समेत दूसरे अफसर भी इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन समस्या यथावत है।
दुकानों के सामने बहता है गंदा पानी
शहर के दूसरे इलाकों की बात करें तो स्थिति विकट है। कॉलोनियों के बुरे हाल हैं। कबीट नगर में चेंबर चोक हो चुके हैं। सडक़ पर गंदा पानी बह रहा है। काई जम चुकी है। बच्चे फिसलकर गिर रहे हैं। सुपर मार्केट में पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी की प्रतिमा के पास स्थिति बेहद खराब है। नाली ओवरफ्लो होती है और गंदा पानी दुकानदारों की दुकानों के सामने बहता है। दुकानदार कामकाज छोडक़र पानी की निकासी में जुटे रहते हैं। निगम प्रशासन से शिकायत की जाती है लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिलता।
खुद के भवन को नहीं सुधार पा रहा निगम
शहर को सुधारने की बातें करने वाले नगर निगम की स्थिति ही नहीं सुधर पा रही। जिस भवन को बने सालभर भी नहीं हुआ वहीं पर छतों से पानी टपक रहा है। पीओपी उखड़ रही है। जिस ठेकेदार ने भवन बनाया है उसको बचाने के लिए निगम प्रशासन बारिश का बहाना बना रहा। जो ?लोरिंग की गई थी वह भी उखड़ रही है। मौजूदा निगमायुक्त का कहना है कि उनके कार्यकाल में किसी ठेकेदार को भुगतान नहीं किया गया।
सीवरेज की लापरवाही पड़ रही भारी
सीवरेज ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। पूरा शहर खोद दिया है और शहरवासी सजा भुगत रहे हैं। सीवरेज कंपनी की लापरवाही ऐसी है कि गहरी सडक़ें खोदकर भूल गए और अब हादसों की आशंका सता रही है। इन खुदी हुई सडक़ों में पानी भर रहा है और निकासी के इंतजाम नहीं है। निगम प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा और स्वास्थ्य विभाग का अमला पॉलीथिन जब्त करने की खानापूर्ति कर रहा है जबकि फिलहाल शहर को जल निकासी और स्वच्छता की दरकार है। लोग शिकायत कर रहे हैं लेकिन निगम अफसर ध्यान नहीं द ेरहे। बैठकों के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है।
बंद पड़ी हैं स्ट्रीट लाइट्स
नगर जनहित सुरक्षा समिति ने भी सडक़ों के गड्ढों का मामला उठाया है। समिति अध्यक्ष अनिलसिंह बैस ने बताया कि नवरात्रि महापर्व शुरू होने में कुछ ही दिन शेष रह गए है लेकिन शहर की मु?य सडक़ों की हालत खराब है। रसूलपुर बायपास से लेकर भोपाल चौराहे तक सडक़ें पूरी तरह से उखड़ चुकी हैं। बड़े गड्ढे हो चुके हैं। स्ट्रीट लाइट बंद रहती है।हादसों की आशंका है।
सडक़ें बनाने की है योजना
महापौर सुभाष शर्मा का कहना है कि नगर निगम सीमा में आने वाली सडक़ें हम बनाएंगे। इसकी योजना बना रहे हैं। डामर का टेंडर लगा रहे हैं। आयुक्त से इस बारे में बात हुई है। मंडी के सामने जो गड्ढा हुआ है वह नेशनल हाईवे की सडक़ है। उनको सुधार के लिए बोला है, लेकिन यदि नेशनल हाईवे सुधार नहीं करता है तो निगमायुक्त से बात कर इसे सुधरवाएंगे। सुपर मार्केट देवास विकास प्राधिकरण के अंडर में है। वहां की समिति बनी है। इसका पैसा भी समिति वसूलती है। उनको सुधार करवाना चाहिए।