जानकारी के मुताबिक मामला कार्तिक नगर का है। बताया जा रहा है कि यहां मैदान में बड़े व छायादार वृक्ष लगे थे। इसी मैदान में भागवत कथा का आयोजन होने वाला है, जिसके चलते यहां साफ-सफाई करवाई जा रही थी। साफ-सफाई तक तो मामला ठीक था लेकिन जेसीबी की मदद से यहां लगे बरसों पुराने वृक्ष कटवा दिए गए। जब इसकी शिकायत नगर निगम से की तो आयुक्त ने एसडीएम से चर्चा की। एसडीएम ने नायब तहसीलदार को भेजा और पंचनामा बनवाया। हैरानी इस बात की है कि मामले में न तो नगर निगम को यह पता चला कि किसने पेड़ कटवाए न ही प्रशासन को जानकारी मिल सकी।
साफ-सफाई के लिए दिया था आवेदन इस मामले में रहवासियों ने बताया कि मैदान में भागवत कथा होनी है। इसके चलते लोगों ने साफ-सफाई का बोला था। मंगलवार देर शाम को जेसीबी आई और मैदान में लगे पेड़ काट दिए। लोगों ने कहा कि हमने पेड़ काटने का नहीं बोला था। हमने तो सिर्फ सफाई का कहा था। विकास लोखंडे ने बताया कि साफ-सफाई के लिए आवेदन दिया था लेकिन जेसीबी आई और पेड़ काट दिए। ये पेड़ सालों पुराने थे। इनकी छांव मिलती थी लेकिन पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया गया। नियम तो यही है कि बिना अनुमति कोई पेड़ नहीं काट सकते। नगर निगम में शिकायत की तो कुछ देर बाद प्रशासनिक अमला आया। पंचनामा बनाकर ले गए हैं। हम अगर दूसरी समस्याओं के लिए फोन लगाते हैं तो नगर निगम अमला नहीं आता। ऐसे में नगर निगम ने जेसीबी से पेड़ क्यों कटवा दिए।
निगम ने नहीं कटवाए ेेेेपेड़ इस मामले में नगर निगम के कार्यपालन यंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि आयुक्त के पास पेड़ कटवाने की शिकायत आई थी। बाद में पता चला कि पेड़ नगर निगम ने नहीं कटवाए हैं। बगैर आयुक्त के अनुमति के निगम अमला पेड़ नहीं काट सकता। आयुक्त ने एसडीएम से चर्चा की थी जिसके बाद तहसीलदार, पटवारी मौके पर गए थे। पेड़ किसने कटवाए इसकी जांच करेंगे।
जांच की जाएगी नायब तहसीलदार प्रवीण पाटीदार ने कहा कि पेड़ काटने की शिकायत पर मौके पर पहुंचे थे। पंचनामा बनाया है। प्रतिवेदन एसडीएम को भेजा है। यह पता चला है कि संबंधित जगह पर भागवत कथा का आयोजन होना है, लेकिन पेड़ किसने कटवाए यह जानकारी नहीं है। इसकी जांच की जाएगी। एसडीएम कार्यालय से किसी को अनुमति नहीं दी गई थी।