गांव में पानी का संकट, तीन किमी दूर से लाना पड़ रहा पानी
– 50 परिवारों को रोज करना पड़ रहा पानी के लिए संघर्ष
(संतोष वर्मा)
हाटपीपल्या. देवास लोकसभा के अंतर्गत आने वाली हाटपीपल्या विधानसभा के कई गांव जलसंकट से जूझ रहे है। नेताओं के प्रचार प्रसार में जलसंकट कोई मुद्दा नहीं है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी आबादी जलसंकट से परेशान चल रही है। जलसंकट से परेशान आबादी को देखना है तो ग्राम मानकुंड में इसे आसानी से देखा जा सकता है। तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम मानकुंड की सेवा बस्ती में जल संकट गहरा गया है। सेवा बस्ती के लोग गांव से तीन किलोमीटर दूर कालीसिंध नदी के गड्ढों में भरा पानी लाकर अपनी जरूरते पूरी करने की कोशिश कर रहे है लेकिन ये नाकाफी है। सेवा बस्ती की श्यामा बाई मालवीय ने बताया कि गांव में करीब पांच हजार आबादी होने के बावजूद भी पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। हरिजन बस्ती के 50 परिवारों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है, पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
ग्रामीणों ने सरपंच को भी जानकारी दी लेकिन जलसंकट खत्म नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के बड़े लोगों के यहां तो उनके निजी नलकूपों से पानी आ जाता है, किंतु गरीब परिवारों के लिए गांव में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। पंचायत द्वारा इसे गंभीरता से भी नहीं लिया गया। बावजूद बड़े अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे, जिसके कारण गांव के 50 परिवार के लोग पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
गांव में नल जल योजना के तहत लाखों रुपए की लागत से बनाई गई टंकी का उपयोग सिर्फ दिखावा हो गया है। पीएचई विभाग द्वारा भी जल समस्या को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए। पिछले दिनों पत्रिका ने गांव की जल समस्या को प्रमुखता से उठाया था, पीएचई विभाग के अधिकारी हेमंत कुमार शेट्टी को इस बारे में जानकारी भी दी गई थी, उनका कहना था कि गांव में एक बोरिंग पीएचई द्वारा लगाया गया है, किंतु पानी नहीं होने के कारण नल जल योजना बंद है। साथ ही कहा था कि अगर जल समस्या उत्पन्न होती है तो निजी नलकूपों का अधिकरण करके पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया गया। गांव की सीमा बाई, केसरबाई,रईसा बी, बसंत भाई, लीलाबाई,धापू बाई ममता बाई,रचना भाई, निर्मला बाई सहित अन्य महिलाओं ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम मांडकुंड की सेवा बस्ती में पीने की पानी की समस्या का शीघ्र से हल किया जाए।