अब पर्याप्त मिलेगा पानी
देवासPublished: Jun 14, 2018 11:09:13 am
– 2048 की जनसंख्या के मान से बनाई है योजना
हाटपीपल्या/बागली.संतोष वर्मा-संदीप जायसवाल
हाटपीपल्या व बागली नगर परिषद की महती पेयजल योजना कार्यरूप में परिणित होने के अंतिम चरण में है। जिले में पहली बार बोरवेल आधारित योजना के स्थान पर नदी आधारित योजना तैयार की गई है। जिसमें क्षेत्र की प्रमुख कालीसिंध नदी को आधार बनाया गया है। जिससे दोनों नगर परिषदों को जलसंकट से निजात मिल सकेगी। योजना लोकार्पित होने के बाद जल भंडारण की अवधारणा समाप्त होगी और रहवासियों को 24 घंटे पानी मिलेगा। जिसमें मीटर के आधार पर जलकर की बिलिंग होगी। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत निर्मित स्कीम में आगामी 30 वर्षों के दौरान बढऩे वाली जनसंख्या को लक्ष्य किया गया है। इस अनुसार यह योजना वर्ष 2048 तक प्रासंगिक रहेगी। योजना की अनुमानित लागत लगभग 50 करोड़ है। जिसमें बागली का हिस्सा 18-20 करोड़ है और शेष हाटपीपल्या का।
स्टॉप डेम की चैनल बनेगी
पेयजल योजना के लिए कालीसिंध नदी पर स्टॉप डेम का चैनल निर्मित होगा। जिसमें देवगढ़ के समीप नदी पर दो और मोखपिपल्या में एक स्टॉप डेम का निर्माण होगा। साथ ही नदी का जल संग्रहण क्षेत्र बढ़ाने के लिए उसकी गाद भी निकाली जाएगी।
संयुक्त फिल्टर प्लांट
योजना के तहत जल प्रदाय के लिए हाटपीपल्या व बागली का संयुक्त फिल्टर प्लांट निर्मित होगा। जिसका निर्माण हाटपीपल्या के राजेंद्रनगर में होगा। पानी के फिल्टर होने के बाद बागली के हिस्से का जल उसे दे दिया जाएगा। योजना में दोनों नगर परिषदों में विभिन्न स्थानों पर टंकियों का निर्माण होगा। जिससे सभी घरों के समान दबाव अनुसार जल वितरण होगा।
हाटपीपल्या व बागली एक नजर
वर्तमान में हाटपीपल्या की जनसंख्या 17,388 है। और बागली की जनसंख्या 10,310 है। योजना के आकलन में वर्ष 2048 में हाटपीपल्या की जनसंख्या 26096 होगी और बागली की प्रक्षेपित जनसंख्या 15248 दोनों नगर परिषदों को मिलाकर वर्ष 2048 में जनसंख्या 42343 होगी।
दिल्ली की तर्ज पर होगी बिलिंग
वर्तमान में हाटपीपल्या व बागली नगर जलसंकट से जूझ रहे है। बागली में नगर परिषद ने टैंकरों और निजी जल स्त्रोत अधिग्रहित करके बागली की वर्तमान दो योजनाओं से पेयजल आपूर्ति बरकरार रखी है। जबकि हाटपीपल्या में स्थिति खराब है। नवीन योजना में रहवासियों को 24 घंटे फिल्टर पानी मिलेगा। जिसमे बिलिंग दिल्ली की तर्ज पर मीटर रीडिंग से होगी। संभव है कि यह वर्तमान योजना के बिल से महंगा हो लेकिन फिर जलसंकट नहीं होगा।
वर्जन- प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा हाटपीपल्या व बागली को दी गई एक महती सौगात है। जिसके पूर्ण होने पर हम दिल्ली के समकक्ष हो जाएंगे। जिसमें हाटपीपल्या व बीगली के रहवासियों को 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति होगी। जल भंडारण की जरूरत नहीं होगी। यह देवास जिले में नगर परिषदों के लिए पहली व्यवस्था होगी। नगर परिषद चुनावों के दौरान हाटपीपल्या व बागली नगर में मेरे वादे अनुसार पेयजल योजना स्वीकृत होकर कार्यरूप में परिणीति होने जा रही है। जल्द ही योजना फ्लोर पर होगी और आशा है कि आगामी गर्मियों में दोनों नगर परिषदों के रहवासियों को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दीपक जोशी,
तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास राज्यमंत्री।
नल जल योजना के लिए कुछ प्रस्ताव थे। लेकिन हमने इस साझा उपक्रम को चुना। वर्तमान योजना अपडेट हो चुकी हैं। गर्मी में जलप्रबंधन आसान नहीं होता। नगर परिषद चुनाव के वादे अनुसार ये सौगात नगरवासियों को दी जा रही हैं। योजना से जुड़े सभी दस्तचावेज जमा करा दिए जा चुके हैं। अब टेंडर प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई हैं।
अमोल राठौड़
नगर परिषद अध्यक्ष बागली।