सहायक परियोजना अधिकारी शेख सादिक ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला सशक्तिकरण के लिए हेण्ड इन हेण्ड संस्था कार्य कर रही है। जिसमें समूह के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करना संस्था का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही ग्रामीण महिलाओं को साक्षर करके बैंक से जोडऩा व आंतरिक ऋण से उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रेरित करना। संस्था द्वारा अब तक ग्राम सिया में 11 समूह बनाकर महिलाओं को रोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कपड़े सिलाई का प्रशिक्षण से 7 महिलाओं को कपड़ा सिलने सिखाया ओर उनका व्यवसाय शुरू करवाया। संस्था के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी कराया। और गांव से 5 कुपोषित बच्चों का चयन कर उनका उपचार करवाया। सरकारी स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्र में 6 पंखे भेंट किए ताकि बच्चो को पढ़ाई के दौरान गर्मी न हो।
गांव के चौराहों पर डस्टबीन भी रखवाए ताकि गांव स्वच्छ रहे। आदिवासी बाहुल्य ग्राम में जहां ग्रामीण बोलचाल में अपनी क्षेत्रीय भाषा का उपयोग करते है वही अंग्रेजी बोलने वाली महिलाएं जिन्हें हिंदी बिल्कुल भी नही आती वे ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। संस्था हेण्ड इन हेण्ड के सीईओ संदीप मुखर्जी ग्रामीणों एवं विदेशी महिलाओं के बीच एक दूसरे की भाषा अनुवाद करते रहे। संस्था के सहायक परियोजना अधिकारी शेख सादिक ने बताया कि विदेशी महिला स्वीडन देश से आई है ये हमारी संस्था में दानदाता है जो गरीब तबके के परिवार व महिला सशक्तिकरण के लिए संस्था को दान दिया है और संस्था द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में जो काम किया उसकी प्रतिक्रिया के लिए यहां आई है। यह भी बताया कि महिला सशक्तिकरण के लिए हेण्ड इन हेण्ड संस्था कार्य कर रही है। जिसमें समूह के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करना संस्था का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही ग्रामीण महिलाओं को साक्षर करके बैंक से जोडऩा एवं आंतरिक ऋण से उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रेरित करना।