वल्र्ड बैंक उच्च शिक्षा में भी अपनी मदद करता है। ये मदद वो राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा(रूसा) के माध्यम से देने के लिए आगे आता है। इस बार वल्र्ड बैंक की मदद से सरकारी कॉलेजों में सर्वसुविधा युक्त टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा। इसे लेकर कुछ दिनों पूर्व उच्च शिक्षा विभाग ने लीड केपी कॉलेज से भी 15 दिन में पूरी जानकारी देने को कहा था। हालाकि अभी तक कोई जानकारी केपी कॉलेज की तरफ से नहीं दी गई है लेकिन अब केपी कॉलेज में इसे लेकर सक्रियता दिखाई जा रही है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसएल वरे के अनुसार कॉलेज में जगह की कमी है। इस कारण आसमंजस्य था, लेकिन अब पुराने शौचालयों को ही रिनोवेट कराने के लिए योजना बनाई गई है, इसके लिए लोक निर्माण विभाग की शाखा पीआईयू को पत्र भी लिख दिया है अब उनसे निरीक्षण के लिए सोमवार को चर्चा की जाएगी,ताकि जल्द से जल्द स्टीमेट बनाकर उच्च शिक्षा विभाग को दिया जा सके। अभी लीड केपी कॉलेज में 8 से 10 शौचालय है। कॉलेज प्रशासन की योजना है कि इन पुराने शौचालयों को ही वल्र्ड बैंक की मदद से सर्व सुविधायुक्त बनावा लिया जाए। ऐसा होने पर अलग से जगह ढूंढऩे की परेशानी से भी कॉलेज प्रशासन बच जाएगा।
केपी कॉलेज में सर्वसुविधा युक्त टॉयलेट वल्र्ड बैंक की मदद से बनना है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग का पत्र आया है। पत्र के आधार पर पीआईयू को जानकारी भेज दी गई थी। अब आज सोमवार को पीआईयू से चर्चा कर स्टीमेट बनाने की तैयारी की जाएगी ताकि समय रहते जानकारी भेजी जा सके। केपी कॉलेज में जगह की कमी को देखते हुए पुराने टॉयलेटों को ही रिनोवेट कराया जाएगा।
डॉ. एसएल वरे, प्राचार्य,
लीड केपी कॉलेज देवास।
डॉ. एसएल वरे, प्राचार्य,
लीड केपी कॉलेज देवास।