उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के चलते पिछले साल जिले में करीब एक हजार से अधिक शादियां रद्द हुई थी। शासन से अनुमति मिलने के बाद भी अधिकांश लोगों ने कोरोना संकट को देखते हुए शादियों को स्थगित कर दिया था। वर्तमान में पहले की अपेक्षा स्थिति सामान्य होने के बाद अब जिले में फिर से शादियों का दौर शुरू हो गया है।
हालांकि अभी भी जिला प्रशासन के निर्देशानुसार शादी में 2 सौ लोगों को ही शामिल होने की अनुमति मिली है। इसमें सभी को सोशल डिस्टेंस व शासन के नियमों का कड़ाई से पालन करना है। सूत्रों की मानें तो वर्तमान में एकादशी के बाद से एसडीएम दफ्तर में शादी की अनुमति के लिए करीब 120 से अधिक आवेदन मिले है, सभी को अनुमति भी दी गई है। उधर करीब आठ माह बाद शादियों का दौर शुरू होने से टेंट और केटरिंग व्यवसायियों को काम मिला है।
टेंट व्यवसायी गणेश साहू, केशव देवांगन ने बताया कि जिले में करीब 2 हजार से अधिक टेंट व्यवसायी है। कोरोनाकाल के दौरान उन्हें लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है वर्तमान में शादियों का दौर शुरू होने से उन्हें पर्याप्त काम मिल रहा है, लेकिन अब काम करने के लिए कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में उन्हें सर्विस देने के लिए बाहर से लाए गए कर्मचारियों को अतिरिक्त मेहनताना देना पड़ रहा है।