उल्लेखनीय है कि शहर में पिछले कुछ सालों में निगम प्रशासन की उदासीनता के चलते अवैध प्लाटिंग का कारोबार खूब फला-फूला। लगातार शिकायत मिलने के बाद कलक्टर रजत बसंल ने इसे गंभीरता से लिया है।
उन्होंने नगर निगम और नगर निवेश की संयुक्त टीम बनाकर अवैध कालोनाइजर और प्लाटिंग करने वाले लोगों पर कार्रवाई का निर्देश दिया था। टीम ने शहर के ३५ स्थानों पर अवैध प्लाटिंग और कालोनी के रूप में चिन्हांकित किया है। कार्रवाई के प्रथम चरण मेंं सभी अवैध कालोनाइजरों को नोटिस देकर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा गया था। बताया गया है कि अधिकांश कालोनाइजर ने नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। ऐसे में जिला प्रशासन ने कार्रवाई के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली है।