उल्लेखनीय है कि पिछले 10 महीने में जिले में कोरोना के 6353 मरीजों पुष्टि हुई है। वहीं 98 मरीजों की मौत हुई है। वर्तमान में संक्रमण की दर में कमी आई है, लेकिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसका मुख्य कारण संदिग्ध मरीजों का संकट के चलते समय पर जांच नहीं कराना है।
ऐसे में मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश शासन ने निजी पैथालॉजी लैबों को भी कोरोना जांच के लिए अधिकृत किया है सूत्रों की मानें तो धमतरी जिले में राठौर पैथालॉजी लैब को कोरोना जांच करने के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
यहां संदिग्ध मरीज निर्धारित राशि चुकाकर आरटीपीसीआर, टू-नॉट और रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच करा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यदि कोविड 19 टेस्ट का सैंपल कलेक्शन पैथालॉजी सेंटर में किया जाता है, तो इसके लिए संबंधित मरीज को 750 रुपए का शुल्क देना होगा।
इसी टू-नॉट से कोरोना टेस्ट के लिए शासन ने प्रति मरीज 15 सौ रुपए का शुल्क निर्धारित किया है। इसके बाद भी सर्दी, खांसी, बुखार समेत अन्य लक्षण परिलक्षित होने पर भी मरीज कोरोना जांच कराने लिए आगे नहीं आ रहे है। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।