उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले के जंगल में इन दिनों 56 हाथियों का दल अगल-अलग रेंज में विचरण कर रहे है। इनमें से चंदा हाथी का दल उत्तर सिंगपुर वनक्षेत्र के विचरण कर रहा था, जो शुक्रवार की देर रात 2 बजे अचानक ग्राम पंचायत झुरातराई के आश्रित गांव पारधी में घुस आया और यहां कमार डेरा में अपनी झोपड़ी में सो रही कमारिन सुखमा बाई (30) पति लखनूराम को पैरों से कुचल-कुचल कर मार दिया। शव कई टुकड़ों में हो गए है। कमार महिला को मारने से पहले हाथियों ने उसकी झोपड़ी को तहस-नहस कर दिया। बताया गया है कि गांव के नजदीक हाथियों के पहुंचने पर वन विभाग ने यहां हाईअलर्ट जारी किया था। यही नहीं वन विभाग और हाथी मित्र दल ने पारधी गांव के घटवारी पारा के लोगों को गजराज वाहन से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले गए, लेकिन कमारिन सुकमा बाई उधर फिर से कब और कैसे चली गई, किसी को पता नहीं चला। सुबह गांव में झोपड़ी की नजारा देखकर ग्रामीण सकते में आ गए। पास जाकर देखा तो महिला सुखमा बाई की क्षत-विक्षप्त लाश पड़ी थी। तत्काल इसकी सूचना वन विभाग और दुगली पुलिस को दी गई। थोड़े देर में पुलिस और वन अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल में घूम-घूमकर अच्छी तरह मुआयना किया। इसके बाद पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम और फारेंसिंक जांच के लिए भिजवा दिया। बताया गया है कि मृतका सुखमा बाई के 3 छोटे-छोटे बच्चे है।
दो साल पहले ससुर को भी मारा था
गौरतलब है कि चंदा हाथी के दल में करीब 23 हाथी हैं, जो घटना के बाद अब भी आसपास जंगल में ही मंडरा रहे हैं। हाथियों ने कुछ मकान को भी पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया। ज्ञातव्य है कि दो साल पहले सुखमा बाई के ससुर फुलसिंग कमार को भी हाथियों ने कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था। उसकी अब तक किसी तरह की कोई सुनवाई नही हुई। पीडि़़त परिवार बार-बार शासन-प्रशासन से गुहार लगाकर मुआवजा की मांग करता रहा, लेकिन वन विभाग उदासीन बना रहा।
56 हाथियों का दल मंडरा रहा
नगरी और मगरलोड ब्लाक के वनांचल में इन दिनों करीब 56 हाथियों का दल मंडरा रहा हैं। हाथियों के उत्पात को देखते हुए हाथी और मानव द्वंद की स्थिति को टालने के लिए गांव-गांव में हाथी मित्र भी बनाया गया है। पूर्व सीसीएफ केके बिसन के मार्गदर्शन में धमतरी के एक एनजीओ के सहयोग से गांव-गांव में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हाथी की मौजूदगी में जंगल की ओर जाने से स्पष्ट मना किया जा रहा है। वनांचल में करीब 40 से ज्यादा हाथी मित्र दल सक्रिय हैं, इसके बावजूद इस तरह की अप्रिय घटना ने धमतरी जिलेवासियों को झकझोर कर रख दिया है।
10 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त
चंदा दल के हाथियों गांव के एक बस्ती में सुकुल यादव के घर समेत करीब दस मकान को पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त कर दिय। घरों को तोडफ़ोड़ करने के बाद वहां रखे धान को खा गए। बताया जा रहा है कि जंगल में विचरण करते समय हाथियों ने महुआ शराब की मादकता गंध गांव की ओर खींच लाया। इसी मादकता गंध के कारण हाथी आक्रमण हो गए और महुआ की तलाश में झोपडिय़ों को निशाना बनाया।
...दी आंदोलन की चेतावनी
उधर, घटना की खबर पाकर क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव भी मौके पर पहुंच गई और मृतका की परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हाथियों का आतंक काफी बढ़ गया है। उन्होंने वन विभाग और जिला प्रशासन से सात दिनों के भीतर मृतका के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है, अन्यथा ग्रामीणों को साथ लेकर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।
यह अप्रिय घटना रात करीब दो बजे घटित हुई। जंगल में हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए पारधी के लोगों को गजराज वाहन से सुरक्षित बाहर निकाल लिया था, लेकिन महिला कपड़ा भूल कहकर रात 1 बजे वापस घर चली गई। मृतका के परिजन को 25 हजार तत्कालिक सहायता राशि दी गई।
0 टीआर वर्मा, एसडीओ वन