उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब तक जिले के 85 हजार 459 हितग्राहियों को गैस कनेक्शन बांटा गया है। इसके बाद वर्ष-2018-19 में डीएमएफ फंड से इसके वितरण पर ब्रेक लगा दिया गया है। इससे सीधे तौर पर 9 हजार 907 हितग्राही गैस कनेक्शन के लाभ से वंचित हो गए हैं। बताया गया है कि इसमें करीब तीन सौ एकल सदस्यीय परिवार हैं, जिन्हें योजना का लाभ ही नहीं मिला।
क्योंकि गैस कनेक्शन के लिए महिला मुखिया होना जरूरी था। ऐसे में एकल सदस्यीय परिवार अब भी लकड़ी जलाकर खाना बनाने के लिए मजबूर हैं। आमापारा के एकल सदस्यीय परिवार के राजकुमार धीवर, नवागांव के मेहतरू राम, नगरी के जानसिंह पटेल ने बताया कि उज्ज्वला गैस कनेक्शन के लिए उन्होंने दो बार आवेदन किया है, लेकिन अब तक उनका नाम नहीं आया। हर बार गैस वितरक कंपनी एक-दो महीने में नया आदेश आने की बात कहकर लौटा देते हैं। ऐसे में उन्हें मायूस होना पड़ रहा है।
खाद्य अधिकारी संतोष दुबे ने बताया कि गैस कनेक्शन बांटने के लिए उज्ज्वला-2 नई योजना आई है। जिले को शासन की ओर से पहले ही लक्ष्य से ज्यादा वितरण का लक्ष्य मिला था। इस वर्ष लक्ष्य नहीं मिला है।