अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर ने बताया कि पुलिस को पता चला कि घटना के समय प्रहलाद कुंजाम भी वहां पर मौजूद था। इस आधार पर पुलिस उसे थाना में बुलाकर पूछताछ की गई तो उसने यह बात कबूल कर लिया है। गवाहों ने भी उसकी शिनाख्त की है।
प्रहलाद कुंजाम के खिलाफ पुलिस ने जुर्म दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया। सूत्रों के अनुसार प्रह्लाद कुंजाम फरसगांव में पार्षद पद पर काबिज है। प्रदेश के एक कद्दावर नेता का वह भांजा है। मुख्य आरोपी नागू चंद्राकर को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।