प्रदेश में हेरली के बाद त्यौहारी सीजन शुरू हो गया है। 15 अगस्त को स्वतंतत्रता दिवस और रक्षाबंधन का पर्व जिले में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस साल दोनों पर्व एक ही दिन पडऩे से व्यापारियों ने 15 दिन पहले ही मिठाई और जरूरी खाद्य पदार्थ को तैयार कर लिया है। एक जानकारी के अनुसार जिले में करीब 4 हजार से अधिक व्यापारियों ने कारोबार के लिए लाइसेंस लिया है, जिसमें 3 हजार थोक व्यापारी, 3 सौ हॉटल संचालक, 50 कैंटिन, 30 रेस्टारेंट समेत अन्य प्रतिष्ठानें शामिल है। देखा गया है कि त्यौहारी सीजन शुरू होते ही दूध की खपत अचानक बढ़ गई है।
वर्तमान में शहर 90 डेयरियों के अलावा जिले के ग्राम सेहराडबरी, पुरी, सांकरा समेत विभिन्न गांवों से भी दूध की सप्लाई की जा रही है। बताया गया है कि पिछले साल की तुलना में 2 हजार लीटर दूध की खपत बढ़ी है। वर्तमान में शहर के हॉटल और मिष्ठान में करीब 45 हजार लीटर की आवश्यकता पड़ रही है। जबकि डेयरियों से 42 हजार लीटर की आपूर्ति हो रही है। ऐसे में दूध से बड़ी मात्रा में बनने वाली मिठाईयों के नकली होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल इसी सीजन में खाद्य विभाग की टीम ने हॉटलोंं में दबिश देकर मिठाई का सेंपल लिया था, जिसमें नकली खोवा से मिठाई बनाने की पुष्टि हुई थी। इसी तरह दूध के सेंपल में भी खामियां पाई गई थी, लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों ने जुर्माना लेने के बाद उन्हें समझाईश देकर छोड़ दिया था। शायद यही कारण है कि मुनाफाखोरी के लिए मिलावट करने वाले व्यापारियों के हौसले बुलंद हैं।
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