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पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी खुद पहुंच गए रिपोर्ट लिखाने, ऐसे खुला मर्डर का राज

locationधमतरीPublished: Apr 16, 2022 02:24:14 pm

Submitted by:

CG Desk

– 700 विडियो फुटेज खंगालने और 4 दिन तक कड़ी मेहनत के बाद पुलिस को मिली सफलता- भाई ने दोस्तों के साथ मिलकर की सोनू नेताम की हत्या

पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी खुद पहुंच गए रिपोर्ट लिखाने, ऐसे खुला मर्डर का राज

पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी खुद पहुंच गए रिपोर्ट लिखाने, ऐसे खुला मर्डर का राज

धमतरी. पुरानी रंजिश के चलते मौका पाते ही रामनवमीं के दिन सोनू नेताम की हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपियों ने थाने पहुंचकर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराकर गुमराह करने का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले में 7 सौ विडियो फुटेज को देखने तथा 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ के बाद आरोपियों को पकडऩे में सफलता पाई। न्यायालय में पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। आरोपियों में दो सगे भाई भी है।

उल्लेखनीय है कि बीते 10 अप्रैल को श्रीराम नवमीं की जुलूस के दरम्यान चमेली चौक से 20 मीटर आगे दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। पुरानी रंजिश को लेकर उपजे इस विवाद में बेस बॉल का स्टीक, बटंची चाकू आदि का जमकर प्रयोग हुआ। जुलूस के बीच हुए मारपीट की इस घटना में अराजक तत्वों की भीड़ ने युवक सोनू नेताम को डीजे के बाजू में ले गए और ताबड़बोड़ पर उस पर चाकू तथा अन्य घातक हथियारों से वार कर उसे लहुलुहान कर दिया। पुलिस ने उसे बाइक के सहारे जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान सोनू नेताम (20) की मौत हो गई। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एएसपी निवेदिता पॉल ने बताया कि सोनू का रामनवमीं जुलूस के दौरान मुख्य आरोपी हेमेन्द्र देवांगन उर्फ बड़े बाउ के साथ विवाद हुआ था। उनमें पुरानी रंजिश थी। उस दिन तात्कालिक कारणों से सोनू के साथ हुई मारपीट की घटना में हेमेन्द्र देवंागन के सिर पर चोट लगी थी, जिसमें सिर से खून बह रहा था। इसे देखकर उसका छोटा भाई अजय देवांगन उर्फ छोटा बाउ एवं अन्य साथी सागर उर्फ चपटा, नरेन्द्र उर्फ निखिल, हेमेन्द्र उर्फ बड़ा बाउ, चन्द्रशेखर उर्फ चंदू एवं ओंकार उर्फ रवि को बुला लाया और सोनू नेताम पर बेस बॉल स्टीक, बटंची चाकू एवं अन्य धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे वह लहुलुहान होकर वहीं गिर गया। इसके बाद सभी आरोपी वहां से भाग गए।

7 सौ सीसी टीवी फुटेज को खंगाला
उधर, अस्पताल में सोनू की मौत के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आ गई। पुलिस ने करीब 7 सौ सीसी टीवी फुटेज खंगाले, जिसमें से 55 से 60 संदेहियों से पूछताछ किया गया। पुलिस की 8 अलग-अलग टीमें इसकी जांच कर रही थी। विवेचना के दौरान आसपास के लोगों से पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों का अलग-अलग टीमों द्वारा संग्रहण किया।

पुलिस ने कड़ाई की तो टूटे आरोपी
जांच में आए तथ्यों के आधार पर अनेक संदेहियों से पूछताछ की, जिसके बाद पुलिस ने सागर ढीमर उर्फ चपटा उर्फ विक्की (21) पिता गंगाधर बजरंग चौक नयापारा, नरेन्द्र निर्मलकर उर्फ निखिल (22) पिता मन्नूलाल निर्मलकर गौरव पथ पीपल पेड़ के पास अंबेडकर वार्ड, चन्द्रशेखर ध्रुव उर्फ चंदू (20) पिता जेठूराम ध्रुव बजरंग चौक नयापारा, अजय देवांगन उर्फ छोटे बाउ (23), उसके बड़े भाई हेमेन्द्र देवांगन उर्फ बड़े बाउ (25) पिता नितिराज देवांगन धोबी चौक नयापारा तथा ओंकार रजक उर्फ रवि (20) पिता अर्जुन रजक रामसागर पारा से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।

अनेक धारदार चाकू बरामद
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के मेमोरेंडम के आधार पर घटना में प्रयुक्त बटंची चाकू एवं अन्य धारदार खून लगा चाकू, बेस बॉल स्टी एवं घटना के समय पहने आरोपियों के कपड़े बरामद कर जब्ती किया गया। विवेचना के दौरान आरोपियों के विरूद्ध धारा 147,148,149 भादवि एवं 25,27 आम्र्स एक्ट जोड़ा गया। दोपहर बाद सभी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

जांच में यह टीम दिन-रात की कड़ी मेहनत
सोनू हत्याकांड को सुलझाने के लिए एसपी प्रशांत ठाकुर नेे एएसपी निवेदिता पॉल की अगुवाई में 8 अलग-अलग टीम बनाई थी। इस टीम में डीएसपी मुख्यालय जीएस पति, डीएसपी सारिका वैद्य, आजाक डीएसपी रागिनी तिवारी के साथ टीआई भुनेश्वर नाग, भावेश गौतम, संतोष जैन, प्रणाली वैद्य, उमेन्द्र टंडन, गगन वाजपेयी, एसआई रमेश साहू, नरेश बंजारे, एएसआई राकेश मिश्रा, अमित सिंह, अनिल यदु, हवलदार दिनेश तुरकाने, हरिश सहाू, देवेन्द्र राजपूत, डिगेश शर्मा, आरक्षक मुकेश मिश्रा, दीपक साहू, कृष्णा पाटिल, कमल जोशी, धीरज डडसेना, झमेल राजपूत, डूगेश साहू, आनंद कटकवार, बृजेश वैष्णव, शीतलेश पटेल, रंजीत कुर्रे, नितेश राज, अंकुश नंदा, विकास द्विवेदी टीम में शामिल थे।

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