उल्लेखनीय है कि शासन के निर्देश के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 16 सितंबर से ग्रामीण क्षेत्र की सभी 991 आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोलने के लिए कहा गया था। इसके तहत क्षेत्र में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोला गया, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से अधिकांश पालकों ने अपने बच्चों को भोजन करने के लिए नहीं भेजा। वहीं गर्भवती एवं शिशुवती महिलाएं भी नहीं आई। इस बीच पहले दिन ही ग्राम सोरम स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में कार्यरत सहायिका कोरोना संक्रमित पाई गई है।
सूत्रों को माने तो उक्त आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों की कुल दर्ज संख्या 7 है, जिसमें से 2 मध्यम कुपोषित है। बताया गया है कि कार्यकर्ता को कुछ दिनों को सर्दी, बुखार आ रहा था। दवा लेने के बाद वह ठीक भी हो गई थी। इसके बाद भी उसने एहतियात के तौर पर बुधवार को कोरोना टेस्ट कराया, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव मिली है। इसके बाद से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह खबर आग की तरह पूरे जिले में फैल गई। यही वजह है कि दूसरे दिन अधिकांश आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चे भोजन करने के लिए ही नहीं आए।