आदिवासी समाज ने सरकार के खिलाफ मोर्चा, 6 जनवरी को करेंगे प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में विजय स्तंभ में जुटे दलित समाज पर पथराव की घटना के विरोध में अंबेडकर चौक में एकत्रित होकर दलित समाज ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके बाद रैली निकाल कर सभी कलक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम पर अपर कलक्टर केआर ओगरे को ज्ञापन सौंपा।
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बसपा के जिलाध्यक्ष आशीष रात्रे ने कहा कि क्रांति विजय दिवस में जुटे दलित समुदाय पर पथराव निंदनीय है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा कई लोगों को चोटे आई है। ऐसे मानवता विरोधी कृत्य की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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करेंगे आंदोलन
समाज प्रमुख जीआर बंजारे ने कहा कि यह मामला बेहद संगीन है। केंद्र सरकार को इस मामले की न्यायिक जांच कर अराजक तत्वों को सजा देना चाहिए। उनकी मांग नहीं मानी गई, तो दलित समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
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बौद्ध समाज के अध्यक्ष बद्री प्रसाद गंगबीर, अशोक मेश्राम ने कहा कि इस घटना से पूरे देश में दलित समुदाय के लोगों का मान, सम्मान व स्वाभिमान पर कुठाराघात हुआ है। प्रदर्शनकारियों में प्रेमलाल कुर्रे, बिट्ठल सहारे, रमन बंसोड, निर्मला रामटेके, कौशिल्या बाई, नंदकुमार बंजारे, रामनिहोरा निषाद, लालचंद पटेल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।