ये है मामला
ग्राम प्रमुख भगवानदीन ढीमर, कृष्णा मरकाम ने बताया कि ग्राहक सेवा केन्द्र संचालकों ने ग्रामीणों के साथ ही राज्य सरकार से धोखाधड़ी की है। जब यह केेन्द्र गांव में खुला तो शुरूआती दिनों में अच्छी सेवा दी, लेकिन बाद में इसके कैशियर और आपरेटरों की नीयत बदल गई। बताया गया है कि ग्राहक सेवा केन्द्र में पहुंचे हितग्राहियों का फिंगर प्रिंट ले लेता था और उसके बाद सर्वर डाउन होने की बात कहकर उन्हें बैरंग लौटकर उनके खाते से राशि निकाल ली जाती थी। अब तक पेंशन, मनरेगा मजदूरी, छात्रवृत्ति समेत विविध योजनाओं के तहत करीब 15 लाखों रुपए गबन का मामला सामने आया है।कड़ी कार्रवाई की मांग
ग्रामीण रामनोहर सिन्हा, दिनेश साहू, प्रेमू साहू, कालेश्वरी सिन्हा, अमरीका साहू ने भोले-भाले हितग्राहियों से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही सभी हितग्राहियों को उनका जमा पैसा लौटाने की मांग की। कलक्टर डा. सीआर प्रसन्ना ने उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।