उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के डेढ़ साल के बाद भी बैंकों में कैश की किल्लत बनी हुई है। जानकारों की मानें तो वर्तमान में देश में 125 हजार करोड़ रूपए की नगदी चलन मेंं है, जिसमें से दो सौ, पांच सौ और एक सौ की करेंसी तो बैंकों मेंं पर्याप्त मात्रा मेंं उपलब्ध है, लेकिन दो हजार की करेंंसी की किल्लत बनी हुई है। बुधवार को अक्षय तृतीया के दिन सैकड़ों शादियां हुई, जिसके चलते बैंकों मेंं कैश निकालने के लिए लंबी लाइन लगी रही। उपभोक्ता सुरेश धीवर, आकाश पांडे (बोराई) , गिरधर ठाकुर आदि ने बताया कि वे एक शादी कार्यक्रम शामिल होने के लिए धमतरी आए थे, लेकिन एटीएम में कैश नहीं होने के कारण वे स्टेट बैंक पहुंचे थे, लेकिन यहां भी लंबी लाइन के चलते उन्हें एक घंटे इंतजार करने के बाद दो हजार रूपए मिले।
लीड बैंक अधिकारी, अमित रंजन ने कहा बैंक मेंं व्यवस्था दुरूस्त हैं। कैश की कमी को लेकर किसी ने कोई शिकायत नहीं की है। एटीएम को भी दुरूस्त कराया जा रहा है।
हितग्राही, लेखराम साहू ने कहा बैंक मेंं एक सौ, पांच सौ और दो सौ की करेंसी तो मिल रही है, लेकिन बड़ी रकम निकालने पर दो हजार की करेंसी कम ही मिल रही है। छोटी करेंसी को गिनने और रखने में परेशानी हो रही है।
हितग्राही, सुरेश पटेल ने कहा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए बैंक प्रबंधकों को आरबीआई से दो हजार की करेंसी की डिमांड करना चाहिए, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके।