उल्लेखनीय है कि पांच दिनों तक चलने तक दीपोत्सव पर्व में बैंक लगातार तीन दिनों तक बंद रहे। इस बीच एटीएम में कैश निकालने के लिए उपभोक्ताओं की भीड़ लगी रही। बैंक खुलने के बाद भी जिले के अधिकांश एटीएम में कैश नहीं डाला गया है। ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। बुधवार को पत्रिका ने शहर के स्टेट बैंक, देना, ओरिएंटल और सेंट्रल बैंक के एटीएम का मुआयना किया। देखा गया कि सुबह तो लगभग सभी एटीएम में उपभोक्ताओं को कैश मिलता रहा, लेकिन दोपहर बाद इन एटीएम में कैश की किल्लत शुरू हो गई।
दोपहर 3 बजे रत्नाबांधा चौक स्थित एसबीआई एटीएम में कैश ही नहीं निकल रहा था। उपभोक्ता जितेन्द्र देवांगन, रामअवतार साहू ने बताया कि वे पिछले 15 मिनट से एटीएम में लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उनकी बारी आई कैश हो गया। ऐसे में उन्हें दूसरे एटीएम से रकम निकालना पड़ रहा है। बताया गया है कि दिवाली के पूर्व बैंक प्रबंधकोंं ने 5 सौ करोड़ से ज्यादा की डिमांड आरबीआई से की थी, लेकिन पर्याप्त मात्रा में राशि नहीं मिलने से यह समस्या आ रही है।
लीड बैंक मैनेजर अमित रंजन ने बताया की आरबीआई से कैश की सप्लाई हो रही है। कुछ एटीएम मेंं सर्वर डाउन होने से कैश नहीं निकल रहा होगा। व्यवस्था जल्द ही दुरूस्त कर ली जाएगी।
एटीएम बने शो-पीस
सूत्रोंं की मानें तो जिले में करीब विभिन्न बैंक शाखाओं के ७२ एटीएम संचालित हो रहे हैं, जिसमें से शहर स्थित एटीएम से जैसे-तैसे उपभोक्ताओं को कैश मिलता रहा, लेकिन भखारा, सिहावा जैसे अंदुरूनी इलाकोंं में लगे एटीएम सिर्फ शो-पीस बनकर रह गए है। बताया गया है कि करीब ३० फीसदी एटीएम में कैश की किल्लत बनी हुई है।
बार-बार हो रहा सर्वर डाउन
उपभोक्ता नरेन्द्र कुमार साहू, साक्षी सोनवानी का कहना है कि शहर में लगे अधिकांश एटीएम में सर्वर डाउन की समस्या अब आम हो गई है। सबसे ज्यादा परेशानी स्टेट बैंक और देना बैंक के एटीएम में हो रही है। यहां अक्सर सर्वर डाउन होने की शिकायत रहती है। इसके बाद भी इसे अपडेट नहीं किया गया।