उल्लेखनीय है कि जिले में पन्द्रह साल पहले जिला पंचायत में शिक्षाकर्मी वर्ग-2 में 132 पदों पर भर्ती की गई थी। इसमें 44 शिक्षकों की अंकसूची, डीएड, अनुभव समेत अन्य दस्तावेजों की सत्यता को लेकर बड़ा सवाल उठा था। आरटीआई कार्यकर्ता कृष्ण कुमार साहू ने सूचना के अधिकार के तहत जब इनका सत्यापित दस्तावेज निकाला, तो इसका खुलासा हुआ। इसके बाद उसने धमतरी कलक्टर से लेकर लोकायुक्त से भी शिकायत की।
इस मामले को जब पत्रिका ने लगातार उठाया, तो कलक्टर रजत बंसल ने इसके लिए चार सदस्यीय जांच दल गठित किया, जिसमें अपर कलक्टर, दो डिप्टी कलक्टर तथा डीईओ को शामिल किया गया। जांच समिति ने इन 44 शिक्षकों का एक-एक दस्तावेजा खंगाला और इसकी क्रास चेकिंग के लिए संबंधित जिले से जानकारी मंगाई तो अंकसूची के नंबरों में हेरफेर आदि शिकायतों की पुष्टि हो गई। गौरतलब है कि इस एक मामले में जांच पूरा करने के बाद फाइनल रिपोर्ट सीईओ विजय दयाराम को सौंप दी गई। इसके बाद इन शिक्षकों पर जल्द कार्रवाई की बात कही जा रही है।
शिक्षाकर्मी-2 में भर्ती में एक मामले को लेकर जांच दल गठित किया गया था। समिति ने जांच पूरी कर ली है। इसमें कुछ शिक्षकों के दस्तावेजों में शिकायतों की पुष्टि हुई है। जल्द ही ऐसे शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी।
रजत बंसल, कलक्टर
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