फिल्म अभिनेता राज बब्बर को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वे जैसे ही यहां पहुंचे लोग उनकी एक झलक देखने के लिए टूट पड़े। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को नियंत्रित किया। पूर्व विधायक हरषद मेहता, जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी समेत अशरफ रोकडिय़ा, विजय देवांगन, हरमिंदर छाबड़ा, हरमित होरा, प्रदीप लोढा, ईश्वरी पटवा, सूर्यप्रभा चेट्टियार, श्यामगौर आदि कांग्रेसी कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए। इससे वहां आपाधामी मच गई।
अपने सिर्फ पांच मिनट के भाषण में कहा कि प्रदेश की सत्ता की बागडोर सम्हालने वाले डाक्टर से जनता को काफी उम्मीद थी कि वे लोगों का इलाज करेंगे, लेकिन उन्होंने धोखा किया। 60 हजार से ज्यादा नौकरियां खाली पड़ी है। किसानों की पीड़ा का बयान करते हुए उन्होंने कहा कि किसान बड़ी मेहनत से उपज उगाते हैं,लेकिन उन्हें सही दाम नहीं मिलता। मिनिमम सपोर्ट प्राइज के नाम पर किसानों से धोखा किया जाता है। यहां ऊपर से देखने पर हरियाली दिखती है, लेकिन जब नीचे आकर हकीकत देखा, तो किसानों का दर्द सामने आया। किसानों को बांध का पानी देने के बजाए उद्योगपतियों को दिया जा रहा है। किसानों को उन्होंने भरोसा दिलाया है कि कांग्रेस की सरकार उनका एक-एक दाना खरीदेगी।