स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर एक संस्था ग्रामीणों को झांसे में लेकर उनसे अवैध रूप से वसूली कर रही है। ग्रामीण भी जागरूकता के अभाव में उसके जाल में फंस रहे हैं। यहां इस तरह का खेल महीनेभर से चल रहा है।संस्था से जुड़े लोगों का गांवों में जाल बिछा हुआ है। ग्राम पंचायत से स्वच्छता के नाम पर शिविर लगाकर राशि वसूलने की लगातार शिकायत मिल रही है। अब तक उक्त संस्था ने लोगों से हजारों रुपए डकार लिया है।बताया गया है कि ग्रामीणों को 20 नंबर के प्रश्नोत्तर का फार्म भरवा कर दिया जा रहा है।उसमें संस्था के नाम के साथ-साथ स्वच्छ भारत मिशन का मोनो भी लगा हुआ है।फार्म में स्वच्छता से संबंधित प्रश्न पूछे गए हैं। सही जवाब देने पर 5 सौ रुपए का इनाम देने का दावा भी किया गया है। इसके लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज का फोटो, बैंक एकाउंट नंबर भी मांगा गया है।
जानकारी देना अनिवार्य
जिला पंचायत के सूत्रों की मानें तो कोई भी योजना का प्रचार-प्रसार करने के पूर्व विभाग से संस्था को अनुमति लेना जरूरी है। इसके बगैर कोई भी संस्था काम नहीं कर सकती। ऐसा पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है, लेकिन जिस संस्था की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर जागरूक किया जा रहा है, उसे किसी तरह की अनुमति नहीं मिली है। वह अवैध से रूप से काम कर रही हैं।
कुछ ग्राम पंचायतों से एक संस्था द्वारा फार्म भरवाए जाने की शिकायत मिली है। पकड़े जाने पर उक्त संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रविन्द्र वर्मा, अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन ली गई है राशि
मगरलोड ब्लाक के अंतर्गत ग्राम करेली बड़ी, भेंड्री समेत अन्य गांवों के लोग बड़ी संख्या में उक्त संस्था के झांसे में आ चुके हैं। ग्राम लोहरसी के हिमांशु रजक, गोलू साहू ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपने आपको स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े होने का हवाला देकर फार्म भरवाया है। उन्होंने प्रश्नों का सही जवाब देने पर 5 सौ रुपए देने का भरोसा भी दिया है।