उल्लेखनीय है कि जिले में प्रतिबंध के बावजूद चिटफंड कंपनियों का कारोबार लुक-छिपकर अब भी चल रहा है। इसी तरह एक मामले में कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि शहर के लिमजा काम्पलेक्स में शुष्क इंडिया लिमिटेड एवं साइनिंग स्टार इंफ्रास्टेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर्स कैलाश सिंग लोधी पिता सूरज सिंग लोधी शाजापुर (म.प्र.) अपने साथियों के साथ यहां वर्ष-2011 से 2012 तक कंपनी का संचालन किया था।
इस बीच धमतरी शहर समेत आसपास गांवों के सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए कंपनी में निवेश किया था। इसके बाद बड़े नाटकीय ढंग से कंपनी ने अपना दफ्तर बंद कर दिया। निवेशकों की शिकायत पर पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ धारा 420,467,468,120-बी, ईनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम अधिनियम के तहत जुर्म दर्ज किया। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने उनके ठिकाने पर कई बार दबिश भी दी, लेकिन हर बार चकमा देकर भाग निकल जाते थे। इसके बाद पुलिस ने 7 सितंबर को घेराबंदी कर एक डायरेक्टर कन्हैया लाल ओझा को गिरफ्तार कर लिया। जबकि कैलाश सिंग लोधी समेत अन्य डायरेक्टर अब भी फरार है।