उल्लेखनीय है कि शनिवार को सैकेंड सटर्डे होने के चलते जिले में बंैंक बंद रहा, जिसके चलते कैश निकालने के लिए उपभोक्ताओं को एटीएम का चक्कर लगाना पड़ा। पत्रिका ने शहर के विभिन्न एटीएम का मुआयना किया, देखा गया कि सिडिकेंट बैंक के एटीएम मेंं शटर डाउन था। जबकि पीडी नाला स्थित स्टेट बैंक में लगे दो एटीएम में से एक एटीएम का सर्वर डाउन था, तो दूसरे एटीएम से भी कैश नहीं निकल पा रहा था। यही हाल बस्तर रोड स्थित स्टेट बैंक के एटीएम का देखने को मिला।
शहर में अधिकांश एटीएम में सर्वर डाउन होने और तकनीकी प्राब्लम होने के चलते उपभोक्ताओं को एक एटीएम से दूसरे एटीएम का चक्कर काटना पड़ रहा है। उपभोक्ता जगन्नाथ शर्मा का कहना है कि नोटबंदी के दो साल बीतने के बाद भी एटीएम में व्यवस्था नहीं सुधर पाई है। अतुल अग्रवाल ने बताया कि पीडी नाला स्थित स्टेट बैंक एटीएम में जब उन्होंने ट्रांजेक्शन के लिए एटीएम में अपना डेबिट कार्ड स्क्रैच किया, तो एटीएम में जाकर फंस गया। करीब १५ मिनट के मशक्कत के बाद कार्ड बाहर आया। एटीएम कार्ड फंसने के बाद कई उपभोक्ता उल्टे पांव वापस ही लौट गए।
क्या कहते हैं उपभोक्ता
उपभोक्ता, हितेश पटेल ने बताया शहर के अधिकांश एटीएम की हालत पतली हो गई है। आए दिन सर्वर डाउन और मशीन बंद होने से उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है।
उपभोक्ता, केशव राम साहू ने बताया बैंक प्रबंधनों को एटीएम के सर्विस पर ध्यान देना चाहिए। बैंक बंद होने की स्थिति में उपभोक्ताओं को एटीएम से भी कैश नहीं मिल पा रहा है।