यह घटना शहर के अति व्यस्त नगर घड़ी चौक के पास हुई। बताया गया है कि मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) का एक बर्तन व्यवसायी विजय कुमार अग्रवाल (55) काम के सिलसिले में शहर में आया था। दोपहर करीब एक बजे बालक चौक स्थित एक बर्तन व्यापारी से सप्लाई आर्डर लेने के बाद पैदल सिहावा चौक की ओर जा रहा था। घड़ी चौक के आगे पेट्रोल पम्प के पास जैसे ही वह पहुंचा, कि तभी पीछे से बाइक में एक व्यक्ति आया। सिर में हेलमेट और आंखों में चश्मा पहने उस व्यक्ति ने खुद को सीबीआई पुलिस का आरक्षक बताते हुए पुलिसिया अंदाज में पूछताछ करने लगा।
नाम, पता और धमतरी आने का कारण जब उसने बता दिया, तब वह उसके हाथ में पॉलीथिन के थैले की तलाशी करने लगा। इस बीच अचानक उसने बड़ी सफाई से थैले में रखे 50 हजार रुपए निकाल लिया। इसके बाद अपनी बाइक स्टार्ट कर फरार हो गया। उसने बाद में जब अपना थैले में रखी रकम को देखा, तो वह नदारद मिली। पुलिस ने बताया कि थैला में कुल 63 हजार रुपए था।
इसमें 5 सौ रुपए वाली 50 हजार की गड्डी अलग से थी, जिसमें मात्र 13 हजार रुपए ही बचा है। उठाईगिरी का अहसास होते ही उसने आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी, इसके बाद कोतवाली पुलिस को खबर की। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल टीआई भावेश गौतम भी टीम के साथ पहुंचे, तब तक यहां लोगों की भीड़ इकट़्ठा हो गई।