उल्लेखनीय है कि केन्द्र शासन देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने और नगद लेन-देन को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा दे रहा है। इसके लिए सबसे ज्यादा फोकस बैंकिंग सेक्टर में किया गया है।यही कारण है कि नोटबंदी से लेकर अब तक बैकिंग सेक्टर के नियमों में 50 से अधिक बार परिवर्तन किया जा चुका है।
उधर शासन के निर्देश के बाद ही सभी बैंकों ने अपने-अपने उपभोक्क्ताओं का आधार कार्ड, पेन कार्ड समेत सभी दस्तावेजों को अपडेट कराकर उन्हें डिजिटल लेन-देन के लिए एटीएम, डेबिट और रूपे कार्ड का भी वितरण कर दिया है, लेकिन जानकारी के अभाव में अधिकांश उपभोक्ता ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो बीते दो सालों में जिले में ऑनलाइन ठगी के 30 से अधिक प्रकरण सामने आया है, जिसमें सबसे ज्यादा प्रकरण एटीएम से ऑनलाइन ठगी का है। वर्तमान में बैंक की ओर से जारी किए गए चिपयुक्त एटीएम और डेबिट कार्ड भी सुरक्षित नहीं है।