सावन का महीना सूखा-सूखा बीतने के बाद भाद्र पक्ष में अच्छी बारिश हो रही है। खासकर जिले के वनांचल क्षेत्र में तो पिछले चार दिनों में झमाझम बारिश हुई, जिससे कैचमेंट एरिया का पानी बड़ी तेजी से बांधों में पहुंच रहा है। रविवार की स्थिति में प्रदेश के सबसे बड़े गंगरेल बांध 75 फीसदी भर चुका है। कंट्रोल रूम के मुताबिक 32 टीएमसी क्षमता वाले इस गांव में पिछले 36 घंटे के भीतर 4 टीएमसी से ज्यादा पानी आया है, जिससे बांध में 25.042 टीएमसी पानी संग्रहित हो चुका है।
बांध का जलस्तर 346.45 मीटर पर न है तथा बांध को लबालब भरने के लिए अभी 7 टीएमसी पानी की और जरूरत है। इसी तरह जिले के मुरूमसिल्ली बांध 93.39 फीसदी भर चुका है। करीब 6 टीएमसी क्षमता वाले इस बांध में 5.463 टीएमसी पानी संग्रहित है और । हजार 759 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। करीब 10 टीएमसी क्षमता वाले दुधावा बांध भी 85 फीसदी भर चुका है।
यहां 8.766 टीएमसी पानी संग्रहित है तथा 5 हजार 54 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। करीब 7 टीएमसी क्षमता वाले सोंढूर बांध अभी लबालब है। यहां 85 फीसदी पानी भर चुका है। बांध में 6.007 टीएमसी पानी संग्रहित है तथा 1322 क्यूसेक पानी आ रहा है।