उल्लेखनीय है कि सोमवार को एसपी रजनेश सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मादागिरी और तेंदूडोंगरी के बीच देर शाम माओवादियों की बैठक होने वाली है। खबर के बाद तत्काल उसने माओवादी मूवमेंट के लिए बनाई गई स्पेशल पुलिस पार्टी ई-13 को अलर्ट कर दिया और सर्चिंग के लिए उन्हें जंगल में रवाना कर खुद भी सिहावा पहुंच गए। ई-13 पार्टी जब जंगल में सर्चिंग करते हुए मेचका थाना से 10 किमी दूर तेंदूडोंगरी के जंगल में पहुंची, तो माओवादियों को उनकी आहट मिल गई।
इसके बाद बड़े खतरे को भांपते हुए माओवादियों ने पुलिस पार्टी पर फायर करना शुरू कर दिया। जवानों ने भी उसका मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से करीब आधे घंटे तक गोलीबारी चलती रही, इसके बाद जवानों को भारी पड़ता देख माओवादियों ने फायरिंग बंद कर भागना शुरू कर दिया। गोलियों की आवाज शांत होने के बाद पुलिस ने जब मौके की तलाशी ली तो एक माओवादी की लाश बरामद हुई। मौके पर एक पिस्टल भी मिली है। घटनास्थल पर कई जगह पुलिस को खून के थक्के देखने को मिले हैं।
एसपी, रजनेश सिंह ने बताया पुलिस को माओवादियों के साथ मुठभेड़ में अहम सफलता मिली है। इसमें गोबरा एलओएस का डिप्टी कमांडर मारा गया। जंगल में दूसरे दिन भी विशेष सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है।