उधर उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार कम हुआ है, लेकिन पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। बच्चे, युवाओं के अलावा बीपी, शुगर, किडनी समेत अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज भी संक्रमण की चपेट में आए हैं। इसके बाद भी जिले में अधिकांश मरीजों ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतकर अन्य मरीजों का हौसला बढ़ाया है, लेकिन वर्तमान स्वस्थ होने के बाद ऐसे मरीजों के शरीर में इम्युनिटी पॉवर काफी कम हो गई है। ऐसे में शुगर, बीपी के अलावा उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से जारी आंकड़ों पर गौर करें, तो सर्वे टीम ने 1 लाख 65 हजार 360 घरों का सर्वे किया है, जिसमें धमतरी जिले में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 5 सौ लोगों को चिन्हांकित किया गया है। इसके अलावा बीपी और शुगर के 134, कैंसर और किडनी के 1, टीबी के 3 और सिकलसेल के 11 मरीजों की पहचान की गई है। बताया गया है कि 26 से 40 वर्ष के युवाओं के अलावा अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं।
हालांकि बेहतर ट्रीटमेंट मिलने के चलते वे स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। शरीर की इम्युनिटी कमजोर होने से ऐसे मरीजों को कई परेशानियों का अभी भी सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों को काउंसिलिंग के माध्यम से उपचार के तरीका के बारे में उन्हें अवगत करा रहे हैं।
किडनी, शुगर समेत अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को संक्रमण से ज्यादा खतरा है। आयुष विभाग की ओर से गाइड लाइन जारी कर इसे फॉलो करने के लिए कहा जा रहा है। डॉ. गुरुदयाल साहू, जिला आयुर्वेद अधिकारी