जिले में १ जिला अस्पताल, 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 1 सिटी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र 24, उप स्वास्थ्य केन्द्र 169, शहरी स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र 13 है। इसके अलावा यहां 22 प्राइवेट अस्पताल भी है। गांवों के नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा मिलने से अब गर्भवती महिलाएं घरों में प्रसव कराने के बजाए संस्थागत प्रसव को ज्यादा महत्व दे रही है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है। यहां सिर्फ नार्मल चेकअप किया जाता है। गंभीर मामले में कार्यकर्ता महिलाओं को रिफर कर देते हैं।
सीएमओ, डा. डीके तुर्रे ने बताया गंभीर मामले में सिजेरियन प्रसव कराया जाता है। नवजात शिशुओं को किसी तरह की परेशनी नहीं होती।