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धमतरी

1800 रुपए किलों बिकता है ये चावल, लेकिन यहां नहीं मिल रहे किसानों को खरीददार

अपने उत्पाद को सही दाम में बेचना उनके लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है।

धमतरीMay 06, 2018 / 01:31 pm

Deepak Sahu

brown rice

धमतरी. बाजार की सुविधा नहीं होने के कारण जैविक खेती दम तोड़ती नजर आ रही है। कुछ किसान शासकीय योजनाओं के तहत सुगंधित धान की जैविक खेती कर रहे हैं। अपने उत्पाद को सही दाम में बेचना उनके लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है।

किसान रोशन साहू ने बताया कि मैंने चार एकड़ में जवांफूल, बादशाह भोग और नगरी दूबराज की फसल लगाई थी। सामान्य खेती की अपेक्षा इसमें अच्छी कमाई हो रही है। लागत भी कम आती है। यह खेती में आगे भी जारी रखूंगा।

आत्मा योजना के प्रभारी एफआर पटेल ने बताया कि किसानों को जैविक उत्पाद बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए भरपूर कोशिश की जाती है। रायपुर के कृषि मेला और भाठापारा के जैविक विक्रय केंद्र में उन्हें उत्पाद बेचने की सुविधा दी जा रही है।

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