किसान रोशन साहू ने बताया कि मैंने चार एकड़ में जवांफूल, बादशाह भोग और नगरी दूबराज की फसल लगाई थी। सामान्य खेती की अपेक्षा इसमें अच्छी कमाई हो रही है। लागत भी कम आती है। यह खेती में आगे भी जारी रखूंगा।
आत्मा योजना के प्रभारी एफआर पटेल ने बताया कि किसानों को जैविक उत्पाद बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए भरपूर कोशिश की जाती है। रायपुर के कृषि मेला और भाठापारा के जैविक विक्रय केंद्र में उन्हें उत्पाद बेचने की सुविधा दी जा रही है।