धमतरीPublished: May 20, 2022 01:35:16 pm
CG Desk
मांग पूरा नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
धमतरी/मगरलोड. सोसाइटियों में खाद-बीज आपूर्ति समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट में जमकर हल्ला बोला। उनका कहना है कि जिला प्रशासन खेती-किसानी के कार्यों समेत कर मामले में दक्षिण मगरलोड क्षेत्र की उपेक्षा करता हैं। किसानी के समय भी उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध नहीं होता।
गुरूवार को शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान संघ दक्षिण मगरलोड के अध्यक्ष रामायण सिन्हा ने कहा कि दक्षिण मगरलोड-सिंगपुर वनांचल क्षेत्र के 40 गांवों के किसानों को सोसाइटियों से डीएपी, राखड़, यूरिया और पोटाश की कमी से जुझना पड़ रहा है। रबी फसल की तैयारी में जुटे किसान जब सोसाइटी जाते हैं, वहां से एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है कि अभी डीएपी की कमी है, इसलिए कम मात्रा में यह ले जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के 40 गांवों में सिंचाई के लिए कोई सुविधा नहीं है। यदि सोंढूर बांध से सिंगपुर क्षेत्र में नहर विस्तार कर दियाा जाए तो यहां कृषि क्रांति आ जाएगी। किसान सुखऊराम ध्रुव, भरतलाल कंवर ने कहा कि सप्ताहभर पहले ग्राम गिरहोला, मुड़केरा, बिरझुली, आलेखुंटा, मूलगांव में हाथियों ने फसल को जमकर क्षति पहुंची, लेकिन अब तक विभागीय अधिकारियों ने किसानों की सुधि नहीं ली। उन्होंने फसल क्षति का मुआवजा तत्काल देने की गुहार लगाई। किसान चोवाराम, जगतराम, महेन्द्र कुमार, दुखीत राम ने कहा कि बीते दो महीने से गांव में मनरेगा का काम बंद है। भीषण गर्मी के दिनों में काम के अभाव में ग्रामीण पलायन करने के लिए मजबूर है। शासन-प्रशासन को यहां तत्काल राहत कार्य खोलना चाहिए। उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद अधिकारी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। कलेक्ट्रेट पहुंचने वालों में तीव्र कुमार, दशरथ राम ध्रुव, हरिराम मरकाम, उमेन्द्र सिंह गजेन्द्र, राधेलाल सिन्हा, निर्भय राम, निरंजन सिंह, नरेश कुमार, आनंद राम, भगवान सिंह साहू, रूपसिंह पडौटी, बैसाखूराम, संतराम कुंजाम आदि शामिल रहे।
पास बुक में एंट्री तक नहीं
किसान पहार सिंह यादव, गौतम सिंह ध्रुव, गिरवर यादव ने बताया कि सहकारी केन्द्रीय बैंक मगरलोड में किसानों का पास बुक एंट्री नहीं किया जा रहा है, इसके अभाव में किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा सिंगपुर सोसाइटी में नगद कर्ज राशि लिखवाने के बाद भी खाते में राशि जमा नहीं होने की शिकायतें की।