scriptमहीने के अंत में हुई बारिश बंद पड़े 200 हैंडपंपों को मिला जीवनदान, 99 फीसदी पानी बांधों में | Handpump and dam are filled with water in Raipur Chhattisgarh | Patrika News

महीने के अंत में हुई बारिश बंद पड़े 200 हैंडपंपों को मिला जीवनदान, 99 फीसदी पानी बांधों में

locationधमतरीPublished: Aug 31, 2018 01:29:56 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

महानदी में पानी छोड़े जाने से जिले का वाटर लेबल 17 मीटर तक पहुंच गया है

gangrel dam

महीने के अंत में हुई बारिश बंद पडे़ 200 हैंडपंपों को मिला जीवनदान, 99 फीसदी पानी बांधों में

धमतरी. जिले के सबसे बड़े गंगरेल बांध में अभी भी पानी की अच्छी आवक बनी हुई है। इसके चलते यहां से 23 हजार 3 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। सोंढूर, दुधावा और मुरूमसिल्ली बांध को मिलाकर करीब 55 टीएमसी पानी भरा हुआ है। उधर महानदी में पानी छोड़े जाने से जिले का वाटर लेबल 17 मीटर तक पहुंच गया है। इसके अलावा बंद पड़े २ सौ हैंडपंप भी चालू हो गए हैं।

इस साल सावन के महीने में हुई झमाझम बारिश ने जिले में भू-जलस्तर को मेंनटेंन कर दिया है। अगस्त महीने के दूसरे पखवाड़े में हुई बारिश से जिलेभर में बंद पड़े 200 हैंडपम्पों समेत सभी तरह को जलस्त्रोत को जीवनदान मिल गया। अच्छी बारिश के चलते गंगरेल बांध समेत सोंढूर, दुधावा और मुरूमसिल्ली बांध लबालब भर गया है। आज की स्थिति में चारों बांधों में कुल 55 टीएमसी पानी संग्रहित है, जिससे यहां भूमिगत स्त्रोत में लगातार सुधार हो रहा है।

सिंचाई विभाग के सूत्रों के मुताबिक गुरूवार को शाम 6 बजे की स्थिति मेें गंगरेल बांध में 23 हजार 341 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी, जबकि बांध से 23 हजार 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। बांध का जलस्तर 348.42 मीटर पर बना हुआ है तथा यहां 31.217 टीएमसी पानी संग्रहित है। इसी तरह मुरूमसिल्ली बांध में 5.836 टीएमसी, दुधावा में 9.633 टीएमसी, सोंढूर में 6.579 टीएमसी पानी भरा हुआ है। पिछले 24 घंटे में जिले में बारिश नहीं हुई है। एक जून से लेकर अब तक जिले में 1049.9 मिमी बारिश हो चुकी हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 1112.02 मिमी कुरूद में और सबसे कम 979.2 मिमी धमतरी में हुई है। मगरलोड में 1112.7 मिमी तथा नगरी में 1087.7 मिमी बारिश हुई है।

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