उल्लेखनीय है कि आयुष्मान योजना के तहत अब कैंसर, किडनी, न्यूरो, हृदय रोग जैसे गंभीर बीमारियों का आपरेशन कवर होने के बाद गरीबों को इसका काफी फायदा मिल रहा है। स्मार्ट कार्ड से वर्तमान में 772 बीमारियों के इलाज का पैकेज है। स्मार्ट कार्ड में जहां 50 हजार रुपए तक सालाना इलाज की सुविधा है, वहीं आयुष्मान में 5 लाख रुपए तक इलाज करा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक जिले में इससे 33 हजार मरीजों का इलाज किया जा चुका है, जिसमें दो फीसदी मरीज इन गंभीर रोगों के है। इनमें से ज्यादा लोग धमतरी से बाहर रायपुर, बिलासपुर, हैदराबाद, नागपुर, इंदौर, दिल्ली आदि शहरों में जाकर इलाज कराया है।
इतने अस्पताल अनुबंधित
जिले के 28 सरकारी अस्पतालों के अलावा जिले के ही 17 निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज की सुविधा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत के हितग्राही देश के किसी भी अनुबंधित अस्पताल में इलाज करा सकते हैं। हालांकि कुछ गंभीर शिकायतों के बाद अनुबंधित अस्पतालों में से कुछ अस्पतालों में कार्रवाई भी हुई है।
नहीं लेना पड़ता कर्ज
इलाज कराने शहर के एक निजी अस्पताल पहुंचे मरीज के परिजन रामकुमार देवांगन, रेखा बाई, रमेश नेताम का कहना है कि पहले कैंसर, किडनी, ह्रदय रोग जैसी गंभीर रोगों का इलाज गरीबों के पहुंच से दूर था। गरीबी के चलते चाहकर भी लोग इलाज नहीं करा पाते थे। कर्ज लेकर इलाज कराना पड़ता था। यहां तक की कुछ लोग तो मकान बेचने या फिर गहने गिरवी रखने के लिए मजबूर होते थे, लेकिन अब ऐसी नौबत नहीं आ रही।
स्मार्ट कार्ड में 50 हजार तथा आयुष्मान योजना के तहत हितग्राहियों को 5 लाख रुपए तक इलाज की सुविधा है। जिले में अब तक 33 हजार मरीजों ने अपना इलाज कराया, जिसमें से 6 सौ से ज्यादा कैंसर, किडनी और ह्रदय रोग के मरीज भी है।
डा. डीके तुर्रे, सीएमओ