बड़ा खुलासा: 16 शिक्षक फर्जी डिग्री के सहारे कर रहे थे नौकरी, 12 साल बाद खुला राज दरअसल, यह मामला मगरलोड ब्लाक के मेघा गांव का है। पुलिस के अनुसार मगरलोड ब्लाक के ग्राम मेघा निवासी आरक्षक लोमश सोनी (46) पिता मंशाराम जिले के अंतिम छोर स्थित बोराई थाना में पदस्थ था। बताया गया है कि सालभर पहले ही उसकी यहां पदस्थापना हुई थी।
गजब की है ये जड़ी बूटी, खूबियां जानकर रह जाएंगे हैरान, इन बीमारियों की है रामबाण दवा मौसम में उतार-चढ़ाव से पिछले कुछ दिनों से उसकी तबीयत खराब थी। इलाज के नाम पर तीन पहले दिन पहले ही वह छुट्टी लेकर घर मेघा आया था। रविवार को सुबह अचानक उसकी तबीयत और बिगड़ गई।
डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर भर्ती, सीधे एक इंटरव्यू से मिलेगी ये नौकरी आनन-फानन में सुबह साढ़े 8 बजे परिजन इलाज के लिए उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे भर्ती कर दिया। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था कि कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।Heart Attack