पत्रिका ने गुरूवार को जिला अस्पताल का मुआयना किया, देखा गया कि मरीजों को ओढऩे के लिए एक ही रंग का चादर प्रदान किया गया है। इसके अलावा कई मरीजों के बेडशीट में भी खून और अन्य चीजों का दाग लगा हुआ था, जिसे बदला नहीं गया था।
मरीज उसी बेडशीड का उपयोग कर रहे है। ऐसे में उन पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। मरीज के परिजन दुष्यंत कुमार, अनुराग नेताम ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को एक ही रंग का चादर प्रदान किया गया है। उन्हें अलग-अलग रंग का चादर प्रदान करने की जानकारी नहीं है। यही कारण है कि चादर गंदा होने पर मरीजों को अपने घर से चादर लाना पड़ रहा है।