उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की प्रकृति लगातार बढ़ रही बदल रही है। कोरोना पॉजिटिव किसी व्यक्ति में सर्दी, खासी और बुखार का लक्षण देखने को मिल रहा है तो किसी में कोई लक्षण परिलक्षित नहीं हो रहा है। जिले में पाए गए अधिकांश कोरोना संक्रमितों में ऐसा ही का मामला प्रकाश में आया था। ऐसे में एमसीआर और उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश के बाद जिला प्रतिदिन औसत 50 से 60 संदिग्धों की आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी की मानें तो कोरोना वायरस किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इनमें सबसे ज्यादा खतरा सांस की बीमारी, दमा, किडनी और गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को होती है।
यही वजह है कि जिले में अलग-अलग कैटेगरी में लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रिपोर्ट तैयार किया गया है। अब तक जिले में 5 लाख से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच हुई है। खासी और बुखार से पीड़ित मिले हैं पीएचसी और स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क इलाज कराया।
सीएमएचओ, डॉ तुर्रे ने बताया जिले में आरडी किट से भी लोगों की जांच की जा रही है संदिग्धों का आर्टिफिशियल सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा