उल्लेखनीय है कि निम्न आय वर्ग के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए केन्द्र शासन की ओर से वर्ष-2015 से पीएम जीवन ज्योति और सुरक्षा बीमा योजना शुरू की गई है। इसके तहत पीएम जीवन ज्योति योजना में पॉलिसी धारक को साल मेंं एक बार 330 का प्रीमियम जमा करना था। इसी तरह सुरक्षा बीमा योजना में पॉलिसी धारक को साल में एक बार 12 रूपए का प्रीमियम जमा करना था। इसके लिए केन्द्र शासन की ओर से सभी लोगों का जनधन योजना के तहत जीरों बैलेंस मेंं खाता खुलवाया गया था। एक जानकारी के अनुसार जिले में वर्तमान में करीब साढ़े 4 लाख जनधन खाता हैं, जिसमें से करीब 50 हजार खाता अपडेट नहीं होने से बंद हो गए हैं।
अकाउंट में लेन-देन नहीं करने के चलते बीमा योजना पर भी असर पडऩे लगा है। सूत्रों की मानें तो वर्ष-2015 के बाद से अधिकारियों ने बीमा पॉलिसी का जमकर प्रचार-प्रसार किया, जिसके चलते करीब 3 लाख से अधिक लोगों ने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए उक्त दोनों बीमा योजना के तहत पॉलिसी लिया था। वर्तमान में सुरक्षा बीमा योजना के तहत 99 हजार 5 सौ और पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना के 1 लाख 99 हजार 831 पॉलिसी धारक ही शेष रह गए हैं। जबकि एक लाख से अधिक पॉलिसी बंद हो गया है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
लोग खाता में बैलेंस नहीं रख रहे हैं। सही समय पर प्रीमियम जमा नहीं होने से पॉलिसी बंद हो रहा है। प्रचार-प्रसार के बाद भी हितग्राही ध्यान नहीं दे रहे हैं। अमित रंजन, लीड बैंक अधिकारी
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