मंदिर के ट्रस्टी अजय अग्रवाल ने बताया कि मंदिर का इतिहास करीब 100 साल पुराना है। इस साल महाप्रभु के लिए करीब 15 लाख रुपए की लागत से नए रथ (Ratha-Yatra) का निर्माण कराया गया है। उन्होंने आगे बताया कि 29 जून से 2 जुलाई तक महाप्रभु को दिए जाने वाले विशेष काढ़ा का वितरण किया जाएगा। 3 जुलाई को सुबह 10 बजे मंदिर में महाप्रभु (lord jagannath) की पुनः प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके बाद 4 जुलाई को सुबह पूजा अर्चना के बाद दोपहर 1:30 बजे विधि विधान के साथ महाप्रभु को रथारूढ़ किया जाएगा।