रात में घर नहीं लौटने पर परिजनों ने गांव में उसके दोस्तों से पूछताछ भी की, पता नहीं चला। इसके चार दिन बाद बुधवार को उसकी लाश उसी तालाब में तैरती नजर आई। ग्रामीणों ने इसे पुलिस प्रताडऩा से हुई संदिग्ध मौत का मामला बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद माहौल बिगड़ते देख एसपी बालाजी राव ने इसकी सूक्ष्म जांच की घोषणा की है। दूसरे दिन यह मामला अखबारों की सुर्खियां बनने पर विधायक डा. लक्ष्मी ध्रुव ने भी संज्ञान में लिया और एसपी को निर्देशित कर निष्पक्ष जांच के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस मामले में कोई दोषी मिलता हैं, तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट विश्वकर्मा की मौजूदगी में विडियोग्राफी के साथ दो डॉक्टरों और एफएसएल की टीम ने पोस्टमार्टम किया। इसकी रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है। बताया गया है कि पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी।