शहर को खुले में शौच मुक्त कराने के लिए नगर निगम ने पैसा खूब पानी की तरह बहाया। लेकिन इस फेर में कई ऐसे अपात्र लोगों को प्रोत्साहन राशि जारी कर दिया गया है, जिन्होंने शौचालय बनाया ही नहीं। अब निगम ऐसे लोगों को रिकवरी नोटिस थमा रहा है।
नोटिस पर 25 लोगों ने कराया जमा 18 हजार रुपए के मान से प्रोत्साहन स्वरूप किसी को एक किश्त मिला है, तो किसी को दूसरा और तीसरा किश्त भी मिल चुकी है, पर उनके घर में शौचालय ही नहीं बना। अब वसूली के लिए इन्हें नोटिस मिलते ही हडक़ंप मच गया है। बढ़ते दबाव के बाद ऐसे 25 हितग्राहियों ने निगम को पैसा वापस कर दिया है।
ऐसे हुआ खुलासा इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब निगम के इंजीनियरों की टीम घरों में जियो टैग के लिए पहुंचा। जांच में टीम ने ऐसे 290 हितग्राहियों का चिन्हांकन किया हैं, जिनके घरों में शौचालय ही नहीं बना और उसे राशि जारी कर दी गई है। इनमें कुछ प्रकरण एनजीओ के भी है।
ओडीएफ के फेर में ऐसे लोगों को भी प्रोत्साहन राशि दे दी गई है, जिनके घरों में शौचालय ही नहीं बना। बाद में आवेदनों की त्रुटिया पकड़ में आई। अब इनसे राशि वसूली जा रही है लोगों में राशि वापस वसूली जाने पर निराशा बनी हुई है ।
अशोक द्विवेदी, कमिश्नर