जिले में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 14 थाना तथा 2 पुलिस चौकी की स्थाना की गई है। इसके अलावा गंभीर अपराधों की जांच के लिए अलग से सायबर सेल, आजाक शाखा और स्पेशल टीम भी बनाया गया है। इसके बाद भी सभी थाना क्षेत्रों में लंबित प्रकरणों की ढेर लगी हुई हैं। उल्लेखनीय है कि पुलिस विभाग में जनवरी से दिसंबर तक केस डायरी बनती हैं, लेकिन थानों में लंबित मामलों की विवेचना में ढिलाई को देखकर इस साल पेंडेंसी कार्य बढ़ गया है।
खासकर जिले में दुष्कर्म, चोरी, लूट, नकबजनी, बलवा, धोखाधड़ी, अपहरण सहित अन्य संवेदनशील मामले फाइल में ही धूल खा रही है। इसे देखते हुए एसपी रजनेश सिंह ने सभी थानेदारों को लंबित प्रकरणों को कोर्ट तक पहुंचाने के लिए 20 दिसंबर तक का समय दिया है। इसके बाद जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई होगी।पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिले के सभी 14 थाना और दो पुलिस चौकी में करीब चार सौ प्रकरणों में एफआईआर के बाद इसकी जांच-कार्रवाई में तेजी नहीं आई। अकेले कोतवाली में ही विविध मामलों के करीब सौ से ज्यादा प्रकरण लंबित है। इसके अलावा रूद्री, अर्जुनी, कुरूद, मगरलोड, नगरी, भखारा, खल्लारी, बोराई जैसे प्रमुख थानों में ऐसे प्रकरणों की भरमार हैं। एसपी की हिदायत के बाद यहां के थानेदारों की नींद उड़ गई है।
तत्काल करें गिरफ्तारी
जिला पुलिस मुख्यालय ने सभी थानेदारों को निर्देशित कर विशेष अभियान चलाकर पेंडेंसी मामले निपटाने की हिदायत दी है। इनके आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई करें। इसके अलावा थानेदारों को रात में गश्त बढ़ाने का भी आदेश दिया है।