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एटीएम कार्ड के बिना बैंकों से नहीं मिल रही किसानों को राशि

locationधमतरीPublished: Dec 22, 2018 03:04:11 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

किसानों के पास एटीएम कार्ड नहीं होने से उन्हें बैंकों में राशि आहरण करने के लिए घंटों लाइन लगाना पड़ रहा है।

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एटीएम कार्ड के बिना बैंकों से नहीं मिल रही किसानों को राशि

धमतरी. समर्थन मूल्य के तहत धान बेचने के लिए ९४ हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। इनमें से सिर्फ 50 प्रतिशत किसानों के पास ही एटीएम कार्ड है। शेष अन्य किसानों के पास एटीएम कार्ड नहीं होने से उन्हें बैंकों में राशि आहरण करने के लिए घंटों लाइन लगाना पड़ रहा है।
शासन द्वारा डिजिटल इंडिया पर जोर दिया रहा है। बैंकों से आनलाइन राशि ट्रांसफर करने और एटीएम से राशि निकालने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में पंजीकृत शत-प्रतिशत किसान अब तक आनलाइन बैकिंग से नहीं जुड पाए हैं। उनके पास एटीएम भी नहीं है, जिससे उन्हें राशि आहरण करने अभी भी लंबी दूरी तय कर बैंक आना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि जिले में १ नवंबर से समर्थन मूल्य में 84 केन्द्रोंं में धान की खरीदी हो रही है। यहां जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक 11 शाखा है। अब तक ५२ हजार ७९४ किसानों से ४५३ करोड़ ५४ लाख ६१ हजार कीमत के करीब २१ लाख ९९ हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है।
धान बेचने के बाद राशि को सीधे किसानों के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सूत्रों की माने तो सभी पंजीकृत किसानों को एटीएम वितरण कराना अनिवार्य है। अब तक सिर्फ ४५ हजार किसानों को ही इसका लाभ मिल पाया है। जिनके पास एटीएम है, उन्हें राशि आहरण करने के लिए बैंक आना नहीं पड़ रहा है। वे एटीएम के जरिए राशि निकाल रहे हैं। जिन्हें एटीएम नहीं मिला है, उन्हें अभी भी राशि के लिए बैंक पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
नहीं कर पा रहे उपयोग
जिले के सभी खरीदी केन्द्रों में माइक्रो एटीएम मशीन उपलब्ध है। यहां किसान १० हजार रुपए तक राशि निकाल सकते हैं। एटीएम मशीन नहीं होने के कारण इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। संबलुपर, देमार समेत अन्य खरीदी केन्द्रों में माइक्रो एटीएम मशीन धूल खा रही है। कर्मचारियों द्वारा भी जिन किसानों के पास एटीएम हैं, उन्हें राशि निकालने के लिए प्रेरित नहीं किया जा रहा है।

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